दिग्विजय सिंह ने सिंधिया समर्थकों को भाजपा का ऐजेंट बताया! | MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। चिट्ठी के जवाब में आए बयानी हमलों से घायल दिग्विजय सिंह गुरूवार रात सीएम कमलनाथ से मिले और शुक्रवार को मीडिया के सामने पेश हुए। उन्होंने कहा कि 'ऊपर आरोप तब लगने शुरू हुए जब मैंने आईएसआई (ISI) के साथ बीजेपी नेताओं के कनेक्शन को लेकर आवाज़ उठाई।' बता दें कि दिग्विजय सिंह पर सभी आरोप सिंधिया समर्थक मंत्री उमंग सिंघार सहित सहित कुछ अन्य मंत्री व विधायकों ने लगाए हैं। प्रश्न यह है क्या इस बयान के साथ उन्होंने सिंधिया समर्थकों को भाजपा का ऐजेंट बताने की कोशिश की है। 

जो चल रहा है वो कमलनाथ और सोनिया गांधी को देखना है

मध्य प्रदेश के ताजा सियासी घमासान को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मेरी राजनीतिक लड़ाई बीजेपी से है। मैं उस विचारधारा से समझौता नहीं कर सकता। पिछले 4-5 दिन से जो कुछ चल रहा है, वो पूरे तरीके से सीएम कमलनाथ और सोनिया गांधी को देखना है।' 

मैने ISI और बीजेपी कनेक्शन पर बात की तो आरोप लगने लगे

पार्टी में जारी बयानबाजी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'मेरी अपील है कि लोग अनुशासन का पालन करें। वो बीजेपी को कोई मौका न दें। हर पार्टी में अनुशासन होना चाहिए, कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। मेरे ऊपर आरोप तब लगने शुरू हुए जब मैंने आईएसआई (ISI) के साथ बीजेपी नेताओं के कनेक्शन को लेकर आवाज़ उठाई। उसके बाद से ये घटनाक्रम शुरू हुआ।'

प्रदेश की जनता जानती है दिग्विजय सिंह क्या है

अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मुझे 50 साल हो गए राजनीति में, मैं कभी आरोपों से विचलित नहीं हुआ। प्रदेश की जनता जानती है दिग्विजय सिंह क्या है।' उन्होंने कहा कि 'मैं डाइबिटिक नहीं हूं, मैं मीठी चाय पीता हूं। हर व्यक्ति को पोस्टर लगाने का अधिकार है, उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। सांसद होने के नाते मुझे चिट्ठी लिखने का अधिकार है। कमलनाथ इतने कमजोर नहीं हैं कि उन्हें सरकार चलाने के लिए किसी की जरूरत पड़े।

दिग्विजय सिंह पर क्या आरोप लगाए गए हैं

मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर खुला आरोप लगाया है कि वो प्रदेश में खनन माफिया और शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन आरोपों की जांच कराए जाने की मांग की है। मंत्री महेंद्र सिसौदिया एवं गोविंद राजपूत ने भी दिग्विजय सिंह की चिट्ठी पर आपत्ति जताई है। 

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