SHIVRAJ SINGH LIMDI पर इंदौर में NRI के बंगले पर कब्जे का आरोप, मंत्री प्रियवत सिंह का नाम भी

इंदौर। गुजरात के प्रसिद्ध लिमड़ी राजघराने (Limbdi Royal Family | Royal Families of Marwar) के सदस्य शिवराज सिंह लिमड़ी पर आरोप है कि उन्होंने इंदौर में एक अप्रवासी भारतीय नागरिक के बंगले पर कब्जा कर लिया। मंत्री प्रियवत सिंह पर आरोप है कि उन्होने आरोपी कब्जाधारी की मदद की और पुलिस को अपना काम करने से रोका। खाड़ी देश में रहने वाले ऑर्किटेक्ट एनआरआई मनोज वर्गीस बंगला खाली कराने परिवार सहित इंदौर आए। मामला सीएम कमलनाथ तक पहुंचा। तब कहीं जाकर शिवराज सिंह लिमडी ने बंगला खाली करने का वचन दिया। 

पलासिया टीआई अजीत सिंह बैस के अनुसार 174, साकेत नगर स्थित बंगला खाड़ी देश में रहने वाले ऑर्किटेक्ट एनआरआई मनोज वर्गीस का है। उन्होंने 2008 में इसे शिवराज सिंह लिमड़ी को किराए पर दिया था। अनुबंध 2013 तक था। वर्गीस का कहना है शिवराज ने 2013 के आसपास बंगला खाली कर दिया, लेकिन गैराज में से कुछ सामान नहीं हटाया। कुछ समय बाद वर्गीस परिवार सहित विदेश चले गए। पिछले महीने वापस आए तो देखा कि बंगले में शिवराज सिंह रह रहे हैं। बंगला खाली करने पर वे टालमटोल करने लगे। वहीं शिवराज सिंह का कहना था कि इस पूरी अवधि के दौरान वे वर्गीस को 75 हजार रुपए महीना किराया देते रहे। उन्होंने कभी बंगला खाली किया ही नहीं था। हालांकि उन्होंने माना कि बंगला वर्गीस का है।

मंत्री के दवाब में थी पुलिस, सीएम कार्यालय ने हस्तक्षेप किया तब बात बनी

शुक्रवार सुबह वर्गीस पत्नी और बेटी के साथ बंगले पर पहुंचे और भीतर जाकर बैठ गए। तब बंगले पर शिवराज नहीं थे, पर उनकी मां और बच्चे मौजूद थे। वर्गीस ने इसी बीच पुलिस को सूचना दी तो पलासिया थाने से बल मौके पर पहुंच गया। वर्गीस पुलिसकर्मियों से बोले कि जब तक शिवराज नहीं मिलेंगे, वे नहीं जाएंगे। विवाद बढ़ने पर वर्गीस ने वहीं से मुख्यमंत्री कमलनाथ और विदेश मंत्रालय को ट्वीट कर दिए कि पुलिस ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह के दबाव में उनका सहयोग नहीं कर रही है। थोड़ी देर बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय से उन्हें जवाब मिला कि पुलिस पूरी मदद करेगी। इसके बाद आला अफसराें ने वर्गीस और शिवराज सिंह को थाने बुलाया और समझौता करा दिया।

प्रियव्रत सिंह, ऊर्जा मंत्री का स्पष्टीकरण

मैंने कभी पुलिस को इस विषय में फोन नहीं किया। हमारी सरकार में लोगों को न्याय ही मिलेगा। मैंने खुद एसपी को कहा था कि उचित कार्रवाई करें। 

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