इंदौर। 9 महीने में यदि प्रदेश सरकार ने 9 युवाओं को भी सरकारी नौकरी दे दी हो तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। यह बात नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने इंदौर में मीडिया के समक्ष कही।
नगरीय निकाय के चुनाव अनिश्चितकाल के लिए टालना चाहती है
उन्होंने प्रेस क्लब में चर्चा करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार नगरीय निकाय के चुनाव अनिश्चितकाल के लिए टालना चाहती है। महापौर के सीधे चुनाव को खत्म करना गलत है। ऐसे में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना बढ़ेगी और सरकार पार्षदों पर दबाव बनाएगी। मध्यप्रदेश में केवल ट्रांसफर और अपहरण उद्योग चल रहा है।
मुख्यमंत्री मौज-मस्ती की राजनीति कर रहे हैं
भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री मौज-मस्ती की राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश सरकार अल्प अवधि की सरकार है। जनता भी इस सरकार से जल्द से जल्द मुक्ति चाहती है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार महामिलावटी सरकार है और यह महामिलावटी सरकार मिलावट की ईमानदारी से जांच नहीं करेगी। मिलावटखोरों पर कार्यवाही के नाम पर छोटे दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है। मप्र में अब भ्रष्टाचार का नया दरवाजा खुल गया है।
एक भी वादा पूरे नहीं किए
भार्गव ने कहा कि सरकार जिन वादों के साथ सत्ता में आई उसने एक भी वादे पूरे नहीं किए। 20 लाख किसानों के कर्ज माफी का आंकड़ा गलत हैै। बेरोजगारों को राज्य सरकार ने कुछ नहीं दिया। कांग्रेस केंद्र सरकार के अच्छे कामों से डरी हुई है, इसलिए सीधे चुनाव टाल रही है। हम राज्य सरकार से सीधे और जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग करते हैं।
सिंधिया का परिवार जम्मू कश्मीर से जुड़ा है
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा धारा - 370 के समर्थन पर कहा कि उनका परिवार जम्मू कश्मीर से जुड़ा है। उन्होंने जो कहा - सच कहा। वहीं सिंधिया के भाजपा में आने की अटकलों पर कहा- इस सवाल पर अभी मौन रहना ही ठीक है।