इंदौर। क्राइम ब्रांच ने ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो अभी तक 35 कारों की हेराफेरी कर चुका है। आरोपित ने ई-कॉमर्स वेबसाइट खाता बनाया और बड़े संस्थानों में गाड़ियां अटैच करने का झांसा दिया। आरोपित की लड़कियों से दोस्ती है। वह पब, बार में लाखों रुपए उड़ा चुका है। उसके पिता जिला न्यायालय में जिला अभियोजन अधिकारी थे।
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के अनुसार गिरफ्तार आरोपित का नाम शोएब पिता सिद्दीक खान निवासी कादर कॉलोनी (खजराना) है। शोएब डीएवीवी से वर्ष 2014 में बीएससी कर चुका है। शुरुआत ऑटो गैरेज पर वाहनों की डीलिंग की और लोगों से संपर्क बढ़ा लिया। दो वर्ष पहले उसने ओएलएक्स पर एक खाता बनाया और खुद को ऐसा डीलर बताया जो किराए पर गाड़ियां लेकर बड़े संस्थानों से अटैच करता है। आरोपित ने इस तरह ऑडी, जीप सहित करीब 35 कारों का अनुबंध किया और फर्जी दस्तावेज तैयार कर सौदा कर दिया।
रोज गाड़ियां बदल कर डांस बार, पब और होटलों में जाता था ठग
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्र सिंह के मुताबिक शोएब शातिर ठग है। वह 4 वर्षों से इसी तरह लोगों को चपत लगा रहा था। लोगों से बड़े संस्थान, टूर एंड ट्रैवल के लिए अनुबंध कर गाड़ियां लेता था। शुरुआती दो महीने उन्हें समय पर किराया देता और अचानक गाड़ी को गायब कर देता था। उन गाड़ियों को खुद की बताकर लड़कियों को घुमाता था। होटल, पब, डांस बार में रोजाना हजारों रुपए खर्च करता था।
कुछ दिनों बाद गाड़ियों को दूसरे राज्यों में बेच देता था। गाड़ी मालिक द्वारा दबाव बनाने पर उन्हें चोरी की रिपोर्ट लिखाने की सलाह देता था। आरोपित के खिलाफ उज्जैन, इंदौर, शाजापुर सहित कई शहरों में केस दर्ज है। उसके पिता सिद्दीक खान जिला लोक अभियोजन अधिकारी रह चुके हैं। पूछताछ में कबूला कि फरारी के दौरान वह माउंट आबू, उदयपुर, मुंबई घूमने गया था। उससे एक कार बरामद कर ली है। अन्य कारें उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, बारां, कोटा, शाजापुर में बेचना कबूला है।