CISF डिप्टी कमांडेंट प्रताड़ना मामले में पीड़ित महिला आरक्षक के बयान नहीं हुए

भोपाल। सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट की प्रताड़ना से तंग आकर खुद को गोली मारने वाली महिला आरक्षक के साेमवार काे बयान हाेना थे। इसके लिए आरक्षक भाेपाल आई थीं लेकिन उनके बयान नहीं हो पाए। उनकी तबीयत खराब हो गई। कोर्ट ने उनके बयान दर्ज कराने का एक और मौका दिया है। 

यह मामला अपर सत्र न्यायधीश कुमुदिनी पटेल की काेर्ट में चल रहा है। पैरवी कर रहे एडवाेकेट दिलीप शर्मा और प्रियनाथ पाठक ने बताया कि इस मामले में काेर्ट ने दाे धाराएं 306 और 511 बढ़ा दी हैं। उनका कहना है कि महिला आरक्षक की जगह पर गवाह राधा चतुर्वेदी के बयान हुए। 

क्या है मामला-

राजाभोज एयरपोर्ट पर तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की आरक्षक ने 5 अगस्त 2014 को सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली थी। उनका आराेप था कि सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट विजय धनकर की प्रताड़ना से तंग आकर खुद काे गाेली मारी। उनका पहले निजी अस्पताल में और बाद में दिल्ली के एम्स में इलाज हुआ था। इसके बाद उनकी पाेस्टिंग गाजियाबाद में सीआईएसएफ में कर दी गई थी। 
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