शायद आपने कभी ध्यान दिया हो। जब आपका बैंक बैलेंस कम होता है और महीने का लास्ट वीक आ गया हो तो कुछ नोटिफिकेशन आते हैं। वो आपके बताते हैं कि आप आसानी से एक छोटा सा लोन लेकर माह के अंत में पैदा हुई कैश की किल्लत को दूर कर कर सकते हैं। इन्हीं शॉर्ट टर्म लोन को माइक्रोलोन्स या पेडे (Payday) लोन कहते हैं। आम तौर पर ऐसे लोन की अवधि 1 से 3 माह होती है। आइए जानते हैं Payday लोन कैसे काम करता है, इसके फायदे क्या हैं, इसकी ब्याज दर और चार्ज क्या हैं और कौन इसे ले सकता है….
अगर लोन एप्लीकेशन पूर्णत: स्पष्ट होती है तो पैसा एक घंटे से भी कम वक्त में आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट किया जा सकता है। अगर एप्लीकेशन में कोई खामी रह जाती है तो कंपनी आवेदनकर्ता को कॉल करती है और कुछ चीजों को वेरिफाई करती है। इसके बाद पैसा क्रेडिट किया जाता है।
मंथली इनकम, रिपेमेंट क्षमता और टर्म्स एंड कंडीशंस के आधार पर 1500 रुपये जैसे मामूली अमाउंट से लेकर 1 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकना।
पर्सनल लोन की तरह इस लोन का भी किसी भी उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकना जैसे क्रेडिट कार्ड का बिल भरना, स्कूल फीस भरना, मेडिकल इमर्जेन्सी में इस्तेमाल, शादी या यात्रा के लिए इस्तेमाल, स्मार्टफोन/लैपटॉप खरीदना आदि।
लोन की अवधि पूरी होने से पहले ही पूरा लोन अमाउंट चुका देने पर कोई प्रीपेमेंट/पार्ट पेमेंट/क्लोजर फीस नहीं।
केवल एक चैट या फोन कॉल पर मिल जाने वाला कस्टमर सपोर्ट।
उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
उसकी इनकम का एक सोर्स होना चाहिए। जैसे- सैलरी, सेल्फ इंप्लॉयमेंट या बिजनेस।
उसकी लोन चुकाने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए।
कुछ कंपनियां इस लोन पर प्रोसेसिंग फीस लेती हैं, जो प्रति एप्लीकेशन 150 से 5000 रुपये तक हो सकती है। या फिर लोन अमाउंट के 2 फीसदी तक भी हो सकती है।
Payday लोन लेने से पहले लेट पेमेंट फीस चेक कर लें। कुछ कंपनियां दावा करती हैं कि वे कोई चार्ज नहीं लेतीं, तो कुछ लेट पेमेंट के लिए 4 फीसदी प्रतिदिन की ब्याज दर तक चार्ज करती हैं।
Payday लोन प्रोवाइडर को पर्सनल डिटेल्स देने और पैसा लेने से पहले जांच लें कि वह कंपनी वास्तविक और भरोसेमंद है कि नहीं।
कैसे काम करता है Payday लोन
ज्यादातर Payday लोन प्रोवाइडर्स मोबाइल ऐप्स के जरिए अपना बिजनेस चलाते हैं। इनके जरिए ऐसे लोन लेने की प्रॉसेस बड़ी आसान होती है। इसके तहत ऐप डाउनलोड कर, खुद को रजिस्टर कर, एक फॉर्म भरना होता है। फॉर्म में पर्सनल, प्रोफेशनल और बैंक डिटेल्स डालनी होती हैं। इसके बाद जरूरी डॉक्युमेंट अपलोड करने होते हैं, OTP के जरिए लोन एग्रीमेंट ऑथेंटिकेट करना होता है।अगर लोन एप्लीकेशन पूर्णत: स्पष्ट होती है तो पैसा एक घंटे से भी कम वक्त में आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट किया जा सकता है। अगर एप्लीकेशन में कोई खामी रह जाती है तो कंपनी आवेदनकर्ता को कॉल करती है और कुछ चीजों को वेरिफाई करती है। इसके बाद पैसा क्रेडिट किया जाता है।
माइक्रोलोन्स के फायदे
माइक्रोलोन्स/Payday लोन्स की प्रमुख खासियत उनका आसानी से प्राप्त होना और सुविधाजनक होना होता है। इनके कुछ फायदे इस तरह हैं..आसान एप्लीकेशन
जल्द, पेपरलेस और आपके कंपनी/फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में पेश हुए बिना लोन को मंजूरी और उसका बैंक अकाउंट में क्रेडिट किया जाना।मंथली इनकम, रिपेमेंट क्षमता और टर्म्स एंड कंडीशंस के आधार पर 1500 रुपये जैसे मामूली अमाउंट से लेकर 1 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकना।
पर्सनल लोन की तरह इस लोन का भी किसी भी उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकना जैसे क्रेडिट कार्ड का बिल भरना, स्कूल फीस भरना, मेडिकल इमर्जेन्सी में इस्तेमाल, शादी या यात्रा के लिए इस्तेमाल, स्मार्टफोन/लैपटॉप खरीदना आदि।
छोटी लोन अवधि
क्रेडिट लाइन ऑप्शन: कुछ लेंडर टर्म लोन के बजाय फ्लेक्सिबल क्रेडिट लाइन ऑफर करते हैं। इसमें एक निश्चित लोन अमाउंट ग्रांट किया जाता है और यह सहूलियत मिलती है कि जब आपको जरूरत हो और जितनी जरूरत हो, उतना ही आप उसमें से विदड्रॉ कर लें। क्रेडिट लाइन को आप जब चाहें बंद करा सकते हैं।लोन की अवधि पूरी होने से पहले ही पूरा लोन अमाउंट चुका देने पर कोई प्रीपेमेंट/पार्ट पेमेंट/क्लोजर फीस नहीं।
केवल एक चैट या फोन कॉल पर मिल जाने वाला कस्टमर सपोर्ट।
Payday लोन किसे मिल सकता है
लोन के लिए अप्लाई करने वाला भारतीय नागरिक होना चाहिए।उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
उसकी इनकम का एक सोर्स होना चाहिए। जैसे- सैलरी, सेल्फ इंप्लॉयमेंट या बिजनेस।
उसकी लोन चुकाने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए।
अप्लाई करने से पहले किन बातों का रखें ध्यान
Payday/माइक्रो लोन देने वाली ज्यादातर कंपनियां ब्याज दर को आपके क्रेडिट प्रोफाइल और जरूरत के अनुकूल रखती हैं। आमतौर पर ब्याज दर की रेंज 0.08 फीसदी से 2 फीसदी प्रति दिन तक होती है, जो कि पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन की ब्याज दर से भी ज्यादा है।कुछ कंपनियां इस लोन पर प्रोसेसिंग फीस लेती हैं, जो प्रति एप्लीकेशन 150 से 5000 रुपये तक हो सकती है। या फिर लोन अमाउंट के 2 फीसदी तक भी हो सकती है।
Payday लोन लेने से पहले लेट पेमेंट फीस चेक कर लें। कुछ कंपनियां दावा करती हैं कि वे कोई चार्ज नहीं लेतीं, तो कुछ लेट पेमेंट के लिए 4 फीसदी प्रतिदिन की ब्याज दर तक चार्ज करती हैं।
Payday लोन प्रोवाइडर को पर्सनल डिटेल्स देने और पैसा लेने से पहले जांच लें कि वह कंपनी वास्तविक और भरोसेमंद है कि नहीं।