चाचौड़ा जिला बना नहीं, लटेरी ने रिश्ता तोड़ लिया, विरोध शुरू | MP NEWS

लटेरी। रविवार को कई संगठनों द्वारा तहसील परिसर में एसडीएम शैलेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में सभी दलों द्वारा मांग की गई है कि प्रस्तावित चाचौड़ा जिले में लटेरी तहसील को जोड़ा जा रहा है जो कि बिल्कुल ठीक नही है।

किसी भी दृष्टि से न्याय अंतर्गत नहीं यहां के प्रशासनिक राजनीतिक सामाजिक आर्थिक एवं भौगोलिक तथा भाषा दृष्टि से लटेरी विदिशा एवं सिरोंज का हिस्सा रहा है इसकी चाचौड़ा से संभवत किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है और लटेरी तहसील की सीमा से राजधानी संभाग कमिश्नर ऑफिस भोपाल 80 किलोमीटर की दूरी पर है एवं जिला मुख्यालय विदिशा की दूरी 62 किलोमीटर तथा प्रस्तावित चाचौड़ा की दूरी 150 किलोमीटर है लगभग होती है एवं वही कमिश्नरी ग्वालियर की दूरी 400 किलोमीटर होती है। 

जन सामान्य के लिए कष्ट प्रदाय होगा प्रस्तावित चाचौड़ा जिले में लटेरी तहसील को शामिल किया जा रहा है तो यह लटेरी क्षेत्रवासियों के दुर्भाग्य का दिन होगा क्योंकि लटेरी कृषि भूमि क्षेत्र है जो किसी भी दृष्टिकोण से चाचौड़ा के लिए उपरोक्त नहीं है जैसे मंडी क्षेत्रों में विदिशा जिले के संपूर्ण मंडियां सक्षम है चाचौड़ा की अपेक्षा जिला न्यायालय आपराधिक प्रकरणों के मामले में जिला न्यायालय विदिशा अनुकूल है चाचौड़ा की अपेक्षा संभाग कमिश्नर ऑफिस- किसी भी मामले में भोपाल संभाग अनुकूल पास में भी है चाचौड़ा ग्वालियर संभाग में जो दूर है स्वास्थ्य सुविधाएं किसी भी मरीज के लिए गंभीर स्थिति में यदि बीएमओ द्वारा रेफर कर दिया जाता है तो विदिशा एवं भोपाल ज्यादा अनुकूल है क्योंकि यहां पास में है। 

जबकि चाचौड़ा स्वास्थ्य सुविधाओं के अनुकूल नहीं है तथा चाचौड़ा रेफर किये जाने पर पहुंचते-पहुंचते बहुत देर हो जाएगी जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं वही सिरोंज चोरहा से लोगो पैदल चल कर तहसील परिसर पह़ुंचे वही ज्ञापन देने से पहले कांग्रेस के एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एवं आम जनता ने भी अपने अपने विचार रखे वही ज्ञापन में विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि अगर मुझे मेरी जान भी देना पड़े तो वह भी मैं दूंगा पर लटेरी तहसील को चाचौड़ा में शामिल नहीं होने दूंगा चाहे जिला लटेरी को बना दें। 

इसके लिए मैं और हमारी सिरोंज की सारी जनता सहमत हैं वही उमाकांत शर्मा ने कहा कि अगर चाचौड़ा जिला होगा तो संभाग ग्वालियर होगा अगर किसी को काम पढ़ेगा तो वह 300 किलोमीटर ग्वालियर जाना पड़ेगा एवं कोई बीमार हो गया तो रास्ते में ही वह दम तोड़ देगा वही मैं लटेरी तहसील चाचौड़ा में शामिल नहीं होने दूंगा लटेरी जनता के साथ यह अन्याय नहीं होगा चाहे इसमें कितने ही उग्र आंदोलन करना पड़े। 

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