ग्वालियर। नगर निगम ग्वालियर द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक करने वालों को हतोस्ताहित करने एवं प्लाटिक का उपयोग रोकने के लिए शहर के सभी मैरिज गार्डनों एवं कैटर्स को सूचना जारी की जा रही है कि यदि उनके गार्डन में या कैटर्स द्वारा प्लास्टिक के डिस्पोजल का उपयोग किया जाता है तो प्रति कार्यक्रम 20 हजार रुपए का जुर्माना तत्काल मौके पर ही लगाया जाए। इसके साथ ही उन्हें कागज के डिस्पोजल उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। उक्ताशय के निर्देश नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने शुक्रवार को स्वच्छता अभियान की समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को दिए। बैठक में अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, आर के श्रीवास्तव, दिनेश शुक्ला सहित अन्य सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
नगर निगम के प्रशासनिक भवन में आयोजित बैठक में निगमायुक्त श्री माकिन ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत चलाए जा रहे स्वच्छता कार्य की समीक्षा करते हुए सभी वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। निगमायुक्त माकिन ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी अधिकारी गंदगी को लेकर प्रतिमाह कम से कम 20-20 जुर्माने करें। इसके साथ ही सडक पर गंदगी फैलाने वालों एवं गीला कचरा व सूखा कचरा पृथक पृथक न देने वालों पर भी जुर्माने की कार्यवाही करें।
बैठक में निगमायुक्त श्री माकिन ने निर्देश दिए कि शहर के सभी ऐसे कचरा उत्पादक जहां 100 किलों से अधिक कचरा प्रतिदिन निकलता हो या 60 से अधिक आवासों वाली सोसायटी या आवासीय परिसर के साथ ही मैरिज गार्डन, रेस्टोरेंट, होटल, हॉस्टल या अन्य संस्थानों को अपने परिसर से निकलने वाले कचरे का निष्पादन स्वयं ही करना होगा, इसके लिए उन्हें स्वयं ही कम्पोस्ट प्लांट लगाना होग अन्यथा उनके खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही की जावेगी।
निगमायुक्त माकिन ने बताया कि स्वच्छता अभियान 2020 के तहत नगर स्वच्छता अभियान में भी क्षेत्रवार रैंकिंग की जाएगी। जिसमें होटल, हॉस्पिटल, मार्केट, स्कूल एवं कॉलेज आदि संस्थानों में स्वच्छता के मापदंडों पर निरीक्षण कर उनकी 5 स्टार रेटिंग तक रैंकिंग की जाएगी तथा जिस क्षेत्र में जिसे भी संस्थान की जो भी रैंकिंग होगी, वहां होर्डिंग भी लगाए जाएंगे, जिससे क्षेत्र के लोगों को उसकी जानकारी मिल सके। बैठक में निगमायुक्त माकिन द्वारा यह भी कहा गया कि नगर स्वच्छता अभियान के तहत शहर का एक स्वच्छता शुभंकर भी जारी किया जाएगा। जिसको लेकर शहर में नागरिकगण अपने आइडियाज से शुभंकर बनाकर नगर निगम में भेज सकते हैं। श्रेष्ठ शुभंकर को सार्वजनिक कर आधकारिक रुप से जारी किया जाएगा।