भोपाल। संडे को भोपाल में घर के सामने से अपहृत हुए 4 साल के मासूम वरुण की जली हुई लाश उसके घर से मात्र 70 मीटर दूर स्थित एक बंद घर में मिली है। 2 दिन से पुलिस का तमाम लावा लश्कर बालक को तलाशने का दावा करती रही परंतु पुलिस ने घर के सामने स्थित बंद कमरों को संदेह की नजर से भी नहीं देखा।
पुलिस के मुताबिक, कोलार के चीचली गांव से लापता बच्चे का शव घर से महज 70 फीट की दूरी पर एक मकान में मिला है। जिस मकान से शव बरामद हुआ वो काफी सालों से बंद था। यहां पर गद्दे से लपेटकर शव जलाया गया। मकान के पीछे के हिस्से का दरवाजा पुलिस को खुला मिला है। मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई। जिस दिन से बच्चा लापता था, पुलिस ने घर के सामने के मकान की तलाशी नहीं ली। पुलिस अधिकारियों ने शव वरुण का होने की पुष्टि की है।
रविवार को हुआ था लापता
रविवार शाम को वरुण घर के बाहर चॉकलेट लेने गया था, तभी लापता हुआ था। पिता विपिन ने अपहरण की आशंका व्यक्त की थी। बच्चे के लापता होने के बाद से पिता और अन्य परिजन उसकी तलाश में आसपास के इलाके में तलाश कर रहे थे। मंगलवार सुबह जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी बच्चे के परिजनों से मुलाकात की थी। उनके साथ डीआईजी इरशाद वली भी थे।
आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा : कमलनाथ
सीएम कमलनाथ का कहना है कि भोपाल के बैरागढ़ चिचली इलाके से गायब मासूम बालक वरुण के प्रयासों के बावजूद सकुशल नहीं बच पाने की खबर बेहद दुखद, मन को द्रवित करने वाली। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पीड़ित परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है। आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जाएगा।