ABVP नेताओं को कपड़े उतारकर पीटने और जूते पर नाक रगड़वाने के आरोप में एसआई व सिपाही लाइन अटैच

रतलाम। औद्योगिक थाने में लाइट बंद कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों को पीटने और जूते पर नाक रगड़वाने के मामले में आरक्षक मेहताब सिंह और एसआई आनंद बागवान को एसपी गौरव तिवारी ने लाइन अटैच कर दिया है। तीसरे आरोपी एसआई प्रमोद राठौर पर भी जल्द कार्रवाई हो सकती है। अभाविप अभी भी आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रही है। इसके सहित तीसरे आरोपी पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर सोमवार रात पदाधिकारियों ने एसपी तिवारी से मुलाकात कर विरोध जताया। 

मामला क्या है 
24 जून की रात दोस्त के पारिवारिक विवाद के मामले में थाने पहुंचे अभाविप के कार्यकर्ता कृष्णा डिंडोर, भाजयुमो कार्यकर्ता हार्दिक मेहता के साथ पुलिस ने मारपीट की थी। कृष्णा व हार्दिक का आरोप है कि उन्हें बंदीगृह में कपड़े उतरवाकर डंडों से लाइट बंद कर मोबाइल की रोशनी में पीटा। आरक्षक मेहताब सिंह ने कृष्णा से जूते पर नाक रगड़वाई। जयेश जाजोरिया व विशाल पाल को थाने के बाहर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जावरा सीएसपी अगम जैन ने सोमवार को जांच कर रिपोर्ट एसपी को सौंपी। इसमें संयम नहीं बरतने व अनुशासनहीनता करने की बात सामने आने पर एसपी ने मेहताब और आनंद को तत्काल लाइन अटैच कर दिया। 

कृष्णा के दोबारा बयान 
तीसरे आरोपी पर कार्रवाई नहीं होने का विरोध जताने पहुंचे अभाविप पदाधिकारी कृष्णा डिंडोर के सोमवार शाम पुलिस ने दोबारा बयान लिए। बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट में प्रमोद राठौर का जिक्र नहीं है। इसका विरोध करने अभाविप संगठन मंत्री उपेंद्र तोमर, जिला संयोजक शुभम चौहान, कृष्णा डिंडोर देर शाम एसपी के पास पहुंचे थे। इस पर एसपी ने दोबारा बयान देने को कहा, जिस पर कृष्णा ने थाने जाकर बयान दर्ज करवाए। 

जानिए कब-क्या हुआ 
24 जून - रात 8.30 बजे आईए थाने में कहासुनी के बाद अभाविप व भाजयुमो कार्यकर्ता को पीटा और कपड़े उतरवाकर बंदीगृह में बंद कर दिया। 
25 जून - रात को पुलिस द्वारा जबरन घर भेजने के बाद तबीयत बिगड़ने पर कृष्णा व हार्दिक घरवाले वापस अस्पताल लाए। अभाविप ने दो घंटे प्रदर्शन किया। 
26 जून - लोकसभा में सांसद गुमान सिंह डामोर ने घटना को लेकर विरोध जताते हुए मप्र की कांग्रेस सरकार को भंग करने की मांग की। भाजपा ने नेहरू स्टेडियम के सामने चौपाटी पर दो घंटे धरना दिया। 
27 जून - प्रभारी मंत्री सचिन यादव को शिकायत करने पहुंचे अभाविप व भाजयुमो कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कलेक्टोरेट से खदेड़ा। 
29 जून - पुलिस ने अभाविप कार्यकर्ताओं के बयान लिए।
जांच रिपोर्ट मिल गई है। आरक्षक मेहताब सिंह और एसआई आनंद बागवान को लाइन अटैच कर दिया है। दोनों के संयम नहीं बरतते हुए अनुशासनहीनता करने पर कार्रवाई की गई है।

गौरव तिवारी, एसपी 
तीसरे आरोपी पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। एसपी से मुलाकात कर विरोध जताया है। वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा कर आगे की रणनीति बनाएंगे।
उपेंद्र तोमर, अभाविप संगठन मंत्री 

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