भोपाल। यदि आप या आपका कोई परिचित पेट्रोल पंप डीलरशिप के लिए आवेदन करने वाला है तो कृपया जांच लें कि क्या वो सही प्रक्रिया का उपयोग कर रहा है। देश में 22 से ज्यादा फर्जी वेबसाइट लोगों को ठगने का काम कर रहीं हैं। भोपाल के संजय मीणा ऐसी ठगी का शिकार हुए और 15 लाख रुपए गंवा चुके हैं। पुलिस ने दिल्ली से वरुण कुमार मिश्रा और मुंबई से मोहम्मद अनवर खान को गिरफ्तार किया है। ये दोनों वेबसाइट डवलपर हैं। मास्टरमाइंड का अभी भी पता नहीं चल पाया है।
पुलिस का कहना है कि दोनों डवलपर अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा हैं। मप्र की सायबर पुलिस ने इनका पर्दाफाश किया है। इन्होंने सरकारी सार्वजनिक कंपनियों और प्रतिष्ठित कंपनियों की 22 फर्जी वेबसाइट्स तैयार की थीं। इनके जरिए इन्होंने मप्र के भोपाल, कटनी, मुरैना शहर सहित गुजरात, राजस्थान व बिहार आदि राज्यों में कई लोगों से पेट्रोल पंप डीलरशिप के लिए लगभग 50 करोड़ रुपए ठग लिए। वेबसाइट बनाने वाले ग्राम 12 हवेली कोसाम्बी, इंद्रापुरम् गाजियाबाद के वरुण कुमार मिश्रा और पठानवाड़ी मलाड (ईस्ट) मुंबई के मोहम्मद अनवर खान को मध्यप्रदेश की सायबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब उनसे इस तरह की वेबसाइट बनवाने वाले मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है।
यह जानकारी मप्र सायबर पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी। उन्होंने बताया कि भोपाल के एक पीड़ित संजय मीणा ने सायबर पुलिस में शिकायत की थी कि 'पेट्रोल पंप डीलरशिप चयन डॉट को" वेबसाइट के माध्यम से पेट्रोल पंप डीलरशिप देने के नाम पर आवेदन मंगाया और फिर उसी नाम के एक चालू खाते में 15 लाख 32 हजार रुपए जमा करा लिए।
पुलिस का कहना है कि दोनों डवलपर अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा हैं। मप्र की सायबर पुलिस ने इनका पर्दाफाश किया है। इन्होंने सरकारी सार्वजनिक कंपनियों और प्रतिष्ठित कंपनियों की 22 फर्जी वेबसाइट्स तैयार की थीं। इनके जरिए इन्होंने मप्र के भोपाल, कटनी, मुरैना शहर सहित गुजरात, राजस्थान व बिहार आदि राज्यों में कई लोगों से पेट्रोल पंप डीलरशिप के लिए लगभग 50 करोड़ रुपए ठग लिए। वेबसाइट बनाने वाले ग्राम 12 हवेली कोसाम्बी, इंद्रापुरम् गाजियाबाद के वरुण कुमार मिश्रा और पठानवाड़ी मलाड (ईस्ट) मुंबई के मोहम्मद अनवर खान को मध्यप्रदेश की सायबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब उनसे इस तरह की वेबसाइट बनवाने वाले मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है।
यह जानकारी मप्र सायबर पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी। उन्होंने बताया कि भोपाल के एक पीड़ित संजय मीणा ने सायबर पुलिस में शिकायत की थी कि 'पेट्रोल पंप डीलरशिप चयन डॉट को" वेबसाइट के माध्यम से पेट्रोल पंप डीलरशिप देने के नाम पर आवेदन मंगाया और फिर उसी नाम के एक चालू खाते में 15 लाख 32 हजार रुपए जमा करा लिए।