गृह मंत्री बाला बच्चन की सगी बहन पर भ्रष्टाचार का आरोप | MP NEWS

Bhopal Samachar
बड़वानी/बरुफाटक। प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन की सगी बहन व पूर्व सरपंच ताराबाई पर 4 लाख रुपए गबन का आरोप लगा है। मामले में जिला पंचायत ने उनके खिलाफ वसूली का आदेश भी जारी कर दिया है। मामला राजपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम वासवी का है।

आरोप है कि यहां की तत्कालीन सरपंच ताराबाई और तत्कालीन सचिव कमल नरगावे ने मिलकर कपिलधारा योजना, शौचालय निर्माण, मनरेगा, नल-जल योजना के तहत कराए कामों में गबन किया। अब इनसे 4 लाख रुपए वसूली का आदेश जारी हुआ है। इन्होंने मरे हुए लोगों को पुलिया और तालाब निर्माण के काम में मजदूरी पर दर्शाया। अन्य कामों में भी फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। 

पूर्व सरपंच ताराबाई के पुत्र रूपेश ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत मनरेगा शाखा प्रभारी सुनील द्रविड़ ने एक महीने पहले 10 हजार रुपए की मांग की थी, ताकि राशि वसूली का नोटिस जारी होने पर रोक लगा सके। राशि नहीं देने पर इस तरह परेशान किया जा रहा है। 

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सरपंच बाबूलाल सोलंकी ने पिछले पांच साल में कराए गए विकास कार्यों में गड़बड़ी होने की शिकायत इंदौर लोकायुक्त में की थी। इसकी जांच के लिए दल गठित हुआ था। जांच दल ने शिकायत के 16 बिंदुओं पर जांच की। इनमें से 6 मामलों में गड़बड़ी सामने आई। इसको लेकर जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना ने नोटिस जारी कर वसूली के आदेश दिए हैं। पूर्व सरपंच, सचिव को 28 जून तक राशि जमा करना है। यदि समय पर राशि जमा नहीं की जाती है, तो दोनों पर कानूनी कार्रवाई होगी। 

जानिए... इन कार्यों में सामने आई गड़बड़ी 

गांव की कस्तूरी पति झेतरिया की मौत 21 अक्टूबर 2006 को हो चुकी है। जबकि 2008 में पुलिया निर्माण के दौरान पांच दिन और तालाब निर्माण के दौरान 6 दिन काम करना दर्शाया गया। इसी तरह गंगाराम की मौत 15 साल पहले हो चुकी है। इन्होंने 2008 में पुलिया निर्माण का 5 दिन काम किया। 2009 में 6 दिन काम करना दर्शाया गया। इन दोनों के लिए मजदूरी का भुगतान भी किया गया। 
ग्राम पंचायत में 66 हितग्राहियों के घर शौचालय निर्माण कराए गए। जांच के दौरान कुछ लोगों के घर शौचालय बने नहीं मिले। 
मनरेगा योजना के तहत सोमेश्वर व इनकी पत्नी रेवा के द्वारा निर्माण कार्यों में मजदूरी करना बताया। जबकि इन्होंने शपथ पत्र दिया है की इन्होंने कोई मजदूरी नहीं की। 
नल-जल योजना के लिए की गई सामग्री खरीदी में भी गड़बड़ी सामने आई है। 

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निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार व राशि गबन के आरोप झूठे हैं। कच्चे शौचालय बनवाए थे, जो टूट गए। रुपए निकालने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।: ताराबाई, पूर्व सरपंच वासवी
ढाई साल पुराना मामला है। लोकायुक्त में शिकायतों के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर जिपं सीईओ ने कार्रवाई की है। रुपए मांगने के आरोप बेबुनियाद है।: सुनील द्रविड़, मनरेगा प्रभारी जिला पंचायत बड़वानी
बहन के खिलाफ राशि गबन को लेकर नोटिस जारी किया है। आरोप बेबुनियाद हैं। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने के साथ ही संबंधित विभाग में शिकायत करेंगे: बाला बच्चन, गृहमंत्री मप्र शासन

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