पानी पर पुलिस का पहरा, बिजली की खुफिया निगरानी शर्मनाकः राकेश सिंह | MP NEWS

भोपाल। जब से प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभाली है, लगातार दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियां निर्मित हो रहीं हैं। कहीं बिजली व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार इंटेलीजेंस को लगा रही है, तो कहीं पानी की व्यवस्था के लिए गृह विभाग अलर्ट जारी कर पुलिस का पहरा बिठा रहा है। मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहली घटना है जब बिजली और पानी के लिए जनता इस हद तक परेशान हुई हो। प्रदेश में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार इन दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों पर मौन साधे हुए है। यह बात पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा के दौरान कही।

जनता को राहत देने मुख्यमंत्री, मंत्रियों को आगे आना पड़ता है

श्री राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में प्रदेश मे लगातार अव्यवस्थाएं फैल रही है। सरकार को यह भी नहीं पता कि व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने और जनता को राहत देने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री और मंत्रियों को मैदान में उतरना पड़ता है। कष्ट उठाने पड़ते हैं और जनता के कष्टों की जानकारी लेनी पड़ती है। उसके आधार पर ही सरकार को जनहित के निर्णय लेने पड़ते हैं, लेकिन यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि सरकार के जिम्मेदार लोग जनता की चिंता करने के बजाए व्यक्तिगत हितों की चिंता में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को पानी की समस्या को पुलिस पर न थोप कर समुचित व्यवस्था के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समस्याओं के निराकरण का मामला सरकार के मैनेजमेंट पर निर्भर करता है, जिसमें यह सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है।

कमलनाथ मुख्यमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा दें

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री समस्याओं का समाधान करने की जगह बलाए टालने का काम कर रहे हैं। सरकार अपनी विफलता का ठीकरा कभी अधिकारियों पर फोड़ती है, तो कभी भारतीय जनता पार्टी पर। कभी समस्याओं के लिए जनता को ही दोषी ठहराते हैं। तो कभी किसी बात के लिए प्राकृतिक संसाधनों को जिम्मेदार ठहराते हैं। कुल मिलाकर कमलनाथ सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार बिजली, पानी जैसी मूलभूत व्यवस्थाओं पर पूरी तरह फेल साबित हुई है, इसलिए श्री कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।

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