भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई एवं विधायक लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस के तीनों दिग्गजों पर सवाल उठाएं हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रदेश अध्यक्ष पद पर दावेदारी, सीएम कमलनाथ द्वारा किए जा रहे ट्रांसफर और दिग्विजय सिंह के नजदीकी कम्प्यूटर बाबा द्वारा की गई हेलीकॉप्टर की मांग को गलत ठहराया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास समय कहां हैं
पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रदेश अध्यक्ष पद पर दावेदारी पर लक्ष्मण सिंह ने गुरुवार की शाम भोपाल में कहा कि सिंधिया के पास समय की कमी है, वे उत्तर प्रदेश में भी पार्टी का काम देख रहे हैं। उनको मध्य प्रदेश पीसीसी का अध्यक्ष नहीं बनाया जाना चाहिए। पार्टी हाईकमान को सिंधिया की जगह किसी अन्य के नाम पर विचार करना चाहिए।
थोकबंद तबादले अच्छी बात नहीं
कमलनाथ सरकार द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के ट्रांसफर से भी लक्ष्मण सिंह खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि वैसे तो ट्रांसफर होना एक शासकीय प्रक्रिया है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर ट्रांसफर होना गलत है। इससे सरकार पर ही बोझ पड़ता है। कर्मचारियों के ट्रांसफर होने पर उन्हें भत्ता भी देना पड़ता है। अभी तक हुए ट्रांसफर में इसका आंकड़ा करोड़ों रुपए में पहुंच चुका है। अभी छोटे कर्मचारियों के ट्रांसफर और होना है। इसका वित्तीय भार भी सरकार पर पड़ेगा। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि ये पैसा कहां से आएगा। जनता का पैसा कर्मचारियों के भत्ते पर खर्च किया जाएगा। जबकि इसका उपयोग कई विकास कार्यों पर किया जा सकता है।
कंप्यूटर बाबा को हेलीकॉप्टर क्यों चाहिए, पदयात्रा करें
दिग्विजय सिंह की सिफारिश पर शिप्रा, मंदाकिनी न्यास के अध्यक्ष बनाए गए कंप्यूटर बाबा द्वारा नर्मदा नदी के निरीक्षण के लिए हेलिकॉप्टर मांगे जाने का भी लक्ष्मण सिंह ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर बाबा संत हैं उन्हें इस तरह की मांग शोभा नहीं देती। अगर उन्हें नर्मदा नदी का जायजा ही लेना है तो पैदल परिक्रमा करनी चाहिए।