भोपाल। शिवपुरी के बाद अब गुना से खबर आ रही है कि लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को वोट ना देने के कारण किसानों को तंग किया जा रहा है। उन्हे मिलने वाली सरकारी सेवाएं बंद कर दीं गईं हैं। फीस जमा करने के बाद भी सीमांकन नहीं होने दिया जा रहा। तहसीलदार और पटवारी को मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के लोगों ने वापस लौटा दिया। बता दें कि इससे पहले शिवपुरी की कोलारस विधानसभा के एक गांव से बिजली का ट्रांसफार्मर उखाड़ दिया गया था।
गुना जिले की बामौरी विधानसभा में आने वाले बल्लापुर गांव के किसान अपनी जमीन के सीमांकन को लेकर भटक रहे हैं। किसानों का आरोप है की उनकी ज़मीन का सीमांकन जानबूझकर नहीं किया जा रहा है। जबकि किसानों के द्वारा सीमांकन की फीस पूर्व में जमा कराई जा चुकी है। किसानों के अनुसार गांव में सीमांकन के लिए तहसीलदार और पटवारी आए थे। लेकिन, राजस्व अमले को स्थानीय विधायक व श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने उलटे पांव वापस लौटने का आदेश दे दिया। जिसके बाद अधिकारी सीमाकंन किए बगैर लौट गए। अब वे कार्यालय-कार्यालय भटक रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
सिंधिया को वोट नहीं तो सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। गांव वालों पर आरोप लगाए जा रहे हैं की उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को वोट नहीं दिया। "वोट नहीं तो योजनाओं का लाभ नहीं" की तर्ज़ पर उन्हें परेशान किया जा रहा है। पहले ही किसान क़र्ज़ माफ़ी की योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पाया है, ऐसे में किसानों को सरकारी योजनाओं से बंचित किया जा रहा है। किसानों ने मामले की शिकायत कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार से भी की है। जिसके बाद कलेक्टर ने खुद गांव पहुंचकर वस्तुस्थिति से अवगत होने की बात कही है।