भोपाल। कमलनाथ सरकार तबादलों में व्यस्त है। कांग्रेस कार्यालय में अफसरों की बोली लग रही है। अलग-अलग गुटों के नेताओं में अपनी पसंद के अधिकारी को कलेक्टर बनाने की होड़ लगी है। इस सरकार ने राजधानी भोपाल और पूरे प्रदेश को अंधेरनगरी बना दिया है। सरकार राजधानी भोपाल के लिए एक कलेक्टर तक तय नहीं कर पा रही है और मुख्यमंत्री कमलनाथ आंख बंद करके बैठे हैं। प्रदेश में हर तरफ अराजकता का माहौल बन गया है और जमीन पर कहीं भी सरकार नजर नहीं आ रही है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अपने निवास पर मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
प्रदेश में अंधेरनगरी चौपट राजा वाला हाल
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में अंधेरनगरी चौपट राजा वाला हाल है। पिछले 10 दिनों से भोपाल में कलेक्टर ही नहीं है। हर नेता अपना आदमी बैठना चाहता है। इन लोगों ने भोपाल और प्रदेश को अंधेरनगरी बना दिया है। मुख्यमंत्री फैसला ही नहीं कर पा रहे हैं, सरकार चलाना मुश्किल हो गया है। श्री चौहान ने कहा सरकार जलापूर्ति भी नहीं कर पा रही है, प्रदेश बिजली पानी के लिए तरस रहा है और इस संबंध में सरकार ने एक बैठक तक नहीं की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश को 15 वर्षों में शांति का टापू बनाया। ग्वालियर- चम्बल क्षेत्र को डकैतों से मुक्त किया। लेकिन कांग्रेस की सरकार आते ही ग्वालियर में फिर डाकू समस्या पैर पसारने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है, कांग्रेस के नेताओं ने खदानें बांट रखी हैं।
प्रदेश भर में भाजपा आंदोलन करेगी
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा प्रदेश में बेटियों के खिलाफ हो रहे अपराध, किसानों की समस्याओं, गरीबी, अवैध खनन और आदिवासियों के मुद्दों पर भाजपा प्रदेश भर में आंदोलन शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि मैंने बलात्कारियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए जनता के साथ सीजेआई को पत्र लिखा है। आंदोलन आज से शुरू हुआ है और सीजेआई को ऐसी कई चिट्ठियां भेजी जाएंगी।
भाजपा पर आरोप लगाने के बजाय काम करें
श्री चौहान ने कहा कि किसान सम्मान निधि का पैसा प्रदेश सरकार किसानों के खाते में डलवाने की व्यवस्था जल्द करे। भाजपा की सरकार में बिजली की कोई समस्या नहीं थी। मुख्यमंत्री कमलनाथ कुछ भी होता है, तो भाजपा पर आरोप लगाते हैं, ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का हाल ऐसा ही रहा, तो हम हाथ पर हाथ धरकर बैठेंगे नहीं, सड़कों पर उतरेंगे। श्री चौहान ने कहा कि सरकार की स्थिति नाच न जाने आंगन टेढ़ा जैसी हो गई है। शासन चला नहीं पा रहे और आरोप भाजपा पर लगाते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को इंगित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हो तो जिम्मेदारी उठाओ।