जबलपुर। मड़वा में स्थित किसान मिनरल्स की ग्रेनाइट खदान काम कर रहे एक ठेकेदार की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। ठेकेदार की मौत के बाद कंपनी इस मामले को दबाने में लग गई, लेकिन डॉक्टर ने पुलिस को सूचना देकर बुला लिया। रविवार को ठेकेदार गणेश चौधरी (Contractor Ganesh Chaudhary) पिता फेकन चौधरी (Fakan Chowdhury) उम्र 35 वर्ष निवासी लालगांव यूपी ललितपुर जब खदान में पत्थर काटने का काम कर रहा था, उसी समय वह भारी मशीन के लिए खींचे गए 11 हजार वोल्ट की लाइन की चपेट में आ गया। बिजली के तार में फंसने से ठेकेदार झुलस गया। उसे इलाज के लिए लवकुशनगर सरकारी अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि ठेकेदार जिस जगह पर काम कर रहा था, वहां पर सुरक्षा के प्रबंध नहीं थे। खदान में काम कर रहे अन्य श्रमिकों का भी कहना है कि गर खदान में सुरक्षा के प्रबंध होते तो ठेकेदार के साथ यह हादसा नहीं होता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ठेकेदार का इलाज करने वाले चिकित्सक एसडी मिश्रा का कहना है कि मृतक के शरीर में चोट के कई निशान मिले हैं। उनका कहना है कि संभवत: ठेकेदार पहले करंट की चपेट में आया होगा, उसके बाद वह गिरा होगा। जिसकी वजह से उसके शरीर में चोट लगी होगी। अस्पताल प्रबंधन द्वारा ठेकेदार की मौत की सूचना पुलिस को दी गई। मामले को दबा रहा था किसान मिनरल्स प्रबंधन रविवार को शाम पांच बजे के करीब खदान में हुए हादसे के बाद खदान प्रबंधन ठेकेदार को इलाज के लिए अस्पताल तो पहुंचाया, लेकिन जब ठेकेदार को मृत घोषित कर दिया गया तो खदान प्रबंधन के लोग मामले को दबाने में लग गए।
हालांकि ठेकेदार की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंच कर मामले की जांच में जुटी। वहीं इस मामले में लवकुशनगर थाना प्रभारी केबी आर्य का कहना है कि वे अभी छुट्टी पर हैं। वापस आने के बाद मामले की जांच कराएंगे।