जबलपुर। एपीआर कटंगा में रहने वाले वासुदेव खत्री के घर का बिल 3.82 लाख रुपए का आया है। पिछले पौने दो साल से उनके घर शून्य रीडिंग का बिल आ रहा था। एकाएक 1 लाख से ज्यादा यूनिट का बिल भेज दिया।
उपभोक्ता फोरम भी बिल देखकर दंग रह गया
औसत निकाला जाए तो करीब 40 हजार रुपए प्रतिमाह का बिल थमा दिया गया है। वो इसको लेकर उपभोक्ता शिकायत फोरम में पहुंचे। जहां फोरम भी बिल देखकर दंग रह गया। वासुदेव खत्री ने बताया कि 88 हजार यूनिट पर उनके घर का मीटर बदला। रीडिंग उसके बाद से दर्ज होनी थी। लंबे समय से रीडिंग नहीं हुई। 99 हजार 999 रीडिंग के बाद एक रीडिंग हुई। तो रीडर ने उसे एक लाख समझकर रीडिंग का बिल भेजा।
हनुमान मंदिर का बिल 12 हजार रुपए
बड़े फुहारा स्थिति बड़े हनुमान जी मंदिर का बिजली बिल करीब 12 हजार रुपए आया। मंदिर में सिर्फ एक एसी लगा हुआ है। हनुमान मंदिर के पुजारी के नाम बिजली कनेक्शन है। भारी भरकम बिल देखकर सोमवार को मंदिर की ओर से बिल की आपत्ति आई। हालांकि अफसरों इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए बिल संशोधित किया। सूत्रों की मानें तो रीडिंग को लेकर तकनीकी गड़बड़ी की वजह से बिल बढ़कर आया।
95 फीसद बिल को लेकर शिकायत
बिजली उपभोक्ता शिकायत फोरम के पास 95 फीसद शिकायतें बिजली बिलों को लेकर पहुंच रही है। लगातार फोरम की तरफ से शिकायत शिविर लगाए जा रहे हैं। जहां बिलों को लेकर ही उपभोक्ता परेशानी जाहिर कर रहे हैं। 1 जनवरी से 19 मई के बीच 54 जगह सुनवाई की गई। इसमें करीब 2630 मामले दर्ज हुए। जिनमें 2440 प्रकरण अकेले बिजली बिलों से संबंधित रहे। उपभोक्ता फोरम भी बिल से जुड़े मामलों में तत्काल सुनवाई कर उपभोक्ता को राहत देने का प्रयास कर रहा है।
हमारा सिस्टम खराब है, उपभोक्ता अपना ध्यान स्वयं रखें
एके कुलश्रेष्ठ, अध्यक्ष मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण उपभोक्ता शिकायत फोरम ने कहा कि बिजली बिलों को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी उपभोक्ताओं की ओर से दर्ज करवाई जा रही है। उपभोक्ता भी बिल को लेकर सजग रहे। रीडिंग बराबर जांचे और बिल समय पर न मिले तो दफ्तर जाकर संपर्क करे। कई बार इन्हीं बातों से भी समस्या पैदा होती है।