ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति आरएसएस जुड़ी हुई और भाजपा से जुड़े सगठनों की बात मानती है भाजपा नेताओं के बेटों के कार्यक्रमों के लिये जेयू के मैदान उपलब्ध कराती है आचार संहिता के दरमियान अपने चैम्बर में पीएम नरेन्द्र मोदी का फोटो लगाकर लोगों को प्रभावित करती है व्यापम की जांच मेंं फंसे अधिकारी मुख्य सीट पर बैठा रखा है और इस विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
जीवाजी विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू करने की मांगों को लेकर एनएसयूआई छात्र नेता सचिन द्विवेदी 11 छात्रों के ग्वालियर से भोपाल के लिये बीच पदयात्रा करेंगे यह बात पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहीं। जीवाजी विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा कुलपति प्रोण् संगीता शुक्ला के कार्यकाल में हो रही गड़बडिय़ों की जांच तथा उन्हें हटाने की मांग को लेकर एनएसयूआई 28 जून को ग्वालियर से भोपाल तक की पदयात्रा करके जा रही है। भोपाल पहुंचकर संगठन के पदाधिकारी राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री को दस्तावेज सौंपकर जेयू में धारा 52 लगाने तथा व्यापम कांड में लिप्त कुलसचिव डॉण् आईके मंसूरी को हटाने की मांग करेगी।
NSUI के प्रदेश महासचिव सचिन द्विवेदी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि भाजपा तथा आरएसएस विचारधारा वाली कुलपति प्रोण् संगीता शुक्ला के कार्यकाल में मल्टी आर्ट कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल निर्माण, यूसिक भर्ती, केमिकल, स्टेशनरी खरीदी, सहित माइक्रो प्रो सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नागपुर की एजेंसी को ठेका देने में आर्थिक अनियमितताएं की गई हैं।
खास बात यह है कि स्नातक छठवें सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम ना आने से उच्च शिक्षा विभाग ने बीएड़ रजिस्ट्रेशन के लिए अतिरिक्त चरण खोल दिया था। इसके बाद भी कुलपति की चहेती एजेंसी ने एक भी रिजल्ट जारी नहीं किया। जिससे आखिरी राउंड में भी हर साल रजिस्ट्रेशन कराने वाले हजारों नए स्नातक विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गए। इसके अलावा जो छात्र पीजी करने के लिए बाहरी यूनिवर्सिटी लेने की तैयारी कर रहे थे, उनको भी एडमिशन मिलना असंभव है।
एनएसयूआई ने शिक्षा का निजीकरण करने वाले कॉलेजों पर कार्रवाई करने तथा नर्सिंग छात्रों को अन्यत्र महाविद्यालयों में प्रवेश दिलाने की मांग रखी है। इन मांगों को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ता शुक्रवार को जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर से भोपाल के लिए कूच करेंगे।