शाहिद कुरैशी/दतिया। भांडेर तहसील मुख्यालय से 6 किमी पश्चिम में भांडेर-दतिया-उनाव मार्ग पर स्थित दतिया अनुभाग के ग्राम बसवाह में शुक्रवार को उल्टी-दस्त से प्रभावित मरीजों की बड़ी संख्या सामने आयी। इस मामले में लगभग डेढ़ सौ मरीजों सामने आये जो उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। जिनमें से गंभीर हालत वाले मरीजों को दतिया जिला अस्पताल और भांडेर पीएचसी पर रेफर किया गया। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के त्वरित कार्यवाही से हालात काबू में होते दिखाई दे रहे हैं।
बाजारू पेय-खाद्य पदार्थ इसके लिए जिम्मेदार
इस मामले में खाद्य विभाग की सबसे बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है। दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में जिस प्रकार के खाद्य एवं पेय पदार्थ बेचे जाते हैं। उनका गुणवत्ता से कोई सरोकार नहीं होता। लेकिन खाद्य विभाग की जिम्मेदारी बनती है कि वह समय-समय पर दुकानों पर बेची जाने वाली खाद्य सामग्रियों के सेम्पल लेकर उनकी गुणवत्ता को जांचे-परखे। लेकिन बदकिस्मत से खाद्य विभाग अपनी इस जिम्मेदारी से हमेशा बचता रहा है और इनकी लापरवाही का लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ता है। बसवाह का यह मामला भी कहीं न कहीं इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। सीएमएचओ दतिया ने भी इस बात को स्वीकार किया है।
मौसम भी कहीं न कहीं जिम्मेदार है
इस वर्ष गर्मी भी सामान्य से कहीं अधिक पड़ रही है। उल्टी-दस्त से प्रभावित ग्राम बसवाह के लोगों के अनुसार उनके क्षेत्र में उल्टी-दस्त की समस्या पिछले कई दिनों से चल रही थी। इसके लिए ग्रामीण मौसम को जिम्मेदार अधिक जिम्मेदार मान रहे हैं। उनके अनुसार कभी बारिश हो जाना और कभी अत्यधिक गर्मी पड़ जाना, मौसम की ऐसी विषमता के कारण उल्टी-दस्त होना स्वाभाविक है। उल्टी-दस्त से पीड़ित उत्तम पटेल के अनुसार गर्मी से उन्हें यह समस्या हुई है।
डेढ़ सौ के लगभग लोग हुए उल्टी-दस्त से प्रभावित
ग्राम बसवाह में डेढ़ सौ के लगभग लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। 23 और 25 जून में यहां शादी और मृत्युभोज के कार्यक्रम थे। लेकिन यह समस्या इससे पहले से यहां अपना डेरा डाल चुकी थी जिसे लोगों ने तब गंभीरता से नहीं लिया। 28 जून को यह मामला तब प्रकाश में आया जब बड़ी संख्या में लोगों को उल्टी-दस्त होने लगे। इस दौरान तीन लोग दतिया जिला अस्पताल में भर्ती हो गए। यहीं से इस मामले ने तूल पकड़ा और इसके बाद प्रशासनिक निद्रा टूटी। जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. पीके शर्मा, जनपद पंचायत दतिया सीईओ अभिषेक कुमार, बीएमओ उनाव डॉ. इंद्रेश दोहरे, डॉ. अविनाश शर्मा पीएचसी उनाव, आदि सहित उनाव, दुरसड़ा, बीकर, इमिलिया, आदि का चिकित्सीय स्टाफ बसवाह पहुंचा और रोगियों की जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान सामान्य मरीजों को मौके पर ही दवाईयां वितरित की गईं। वहीं गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल और सीएचसी भांडेर रेफर किया गया। इस दौरान बसवाह से आठ और सीएचसी भांडेर से एक मरीज को जिला अस्पताल और भांडेर सीएचसी पर 27 मरीज रेफर किये गए। खबर लिखे जाने तक अंतिम आंकड़ा 154 मरीजों का रहा।
चार लोगों के मल के लिए नमूने
शुक्रवार को बसवाह पहुंची जिला चिकित्सा टीम ने इस बीमारी का कारण जानने के लिए उल्टी-दस्त से पीड़ित लोगों में से चार लोगों प्रभुदयाल पटेल पुत्र बांके 49, मंशाराम निरंजन पुत्र विजयराम 49, नारायण पटेल पुत्र महाराम 54 तथा आरती पत्नी अखिलेश पटेल 26 के मल के नमूने एकत्रित कर लेब पहुँचवाये। इनकी जांच के बाद ही इस बीमारी की वजह स्पष्ट होगी।
इनका कहना है
उल्टी-दस्त की इस समस्या के पीछे फूड प्वाइजनिंग को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। दरअसल यहां दुकानों पर बिकने वाले कोल्डड्रिंक, पानी के पाउच और खाद्य पदार्थ अधिक जिम्मेदार प्रतीत होते दिख रहे हैं। लोगों को इनका सेवन न करने की समझाइश दी गई है।
डॉक्टर पीके शर्मा | सीएमएचओ, दतिया