भोपाल। मध्यप्रदेश में तबादले और पोस्टिंग का क्रम जारी है। भोपाल रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली ने शुक्रवार को दोपहर बाद 380 सिपाहियों को रक्षित केंद्र से थानों में पदस्थापित किए जाने हेतु आदेश जारी कर दिया। इनमें से ज्यादातर वो हैं जिन्हे किसी शिकायत या आरोप के चलते थानों से हटाकर रक्षित केंद्र भेज दिया गया था। इन सभी आरक्षकों को उन स्थानों पर पदस्थ किया गया है, जहां पद काफी समय से खाली पड़े हुए थे।
इसके पहले लोकसभा चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद तबादलों का दौर शुरू हो गया है। 3 जून को प्रदेश में 70 आईएस-आईपीएस अधिकारियों के तबादले हुए थे। जिसके बाद विपक्ष सरकार पर तबादला उद्योग चलाने का आरोप लगाने लगा है। नौकरशाहों के अलावा राज्य पुलिस एवं प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों की तबादला लिस्ट देखें तो यह संख्या 1500 से अधिक हो जाती है। अब यह क्रम तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के विषय में शुरू हो गया है।
मध्य प्रदेश में करीब 170 दिन से कमलनाथ सरकार सत्ता में है। इस दौरान 450 से ज्यादा आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर हो चुके हैं। 18 दिसंबर 2018 से एक जून 2019 तक 84 आईएएएस अधिकारियों के तबादले किए चुके हैं। सभी 10 संभागों के कमिश्नर और 52 जिलों के कलेक्टर बदले जा चुके हैं। प्रदेश में 48 जिलों के एसपी बदल दिए गए हैं. राज्य स्तर के अधिकारियों को भी जोड़ दें तो ट्रांसफर किए गए अधिकारियों-कर्मचारियों का यह आंकड़ा 15,000 से ज्यादा है।