भोपाल। मध्यप्रदेश के जिला रतलाम से खबर आ रही है कि वहां औद्योगिक क्षेत्र थाना में पुलिस ने बिना किसी कारण के एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर ना केवल लाठीचार्ज किया बल्कि 2 कार्यकर्ताओं को कपड़े उतारकर पीटा और लॉकअप में बंद कर दिया। घटना सोमवार की है। मंगलवार को इस घटना को लेकर राजनीति गर्मा गई है। भाजपा युवा मोर्चा एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तय किया है कि इस घटना के विरोध में पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया जाएगा।
पहले आरक्षक ने अभद्रता की, फिर सीएसपी ने लाठीचार्ज करवाया
एबीवीपी के जिला संयोजक शुभम चौहान ने बताया कि रात करीब 8.30 बजे जिला एफएसडी प्रमुख कृष्णा डिंडोर अपने दो साथियों के साथ एक मामले में थाने पर आए थे। इस दौरान एक आरक्षक आकर उनके साथ अभद्रता की और गाली-गलौच शुरू कर दी। इसकी सूचना पर एबीवीपी के अन्य पदाधिकारी थाने पर पहुंचे ही थे कि मौके पर पहुंचे सीएसपी ने पदाधिकारियों को देखते ही लाठीचार्ज करवा दिया। इस घटना में कृष्णा के साथ युवा मोर्चा जिला मीडिया प्रभारी हार्दिक मेहता और युवा मोर्चा के मंडल महामंत्री जयेश मजुरिया को कई जगह चोट आई।
कपड़े उतारकर जमीन पर बिठाया, डंडों से पीटा
लाठीचार्ज के दौरान पुलिस ने कृष्णा व हार्दिक को पकड़ लिया। इनके कपड़े उतारकर मारा कृष्णा व हार्दिक के कपड़े उतरावाकर उनके जमीन पर बैठाया, बाद में हंगामा देख उन्हें बंदीगृह में कैद कर दिया गया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कपड़े उतारवाने के बाद उनकी डंडों से पिटाई की। घटना की सूचना पर पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, विष्णु त्रिपाठी, अशोक चौटाला सहित भाजपा के कई नेता थाने पहुंचे और बंदीगृह में कार्यकर्ताओं को बिना कपड़े बैठा देख सीएसपी पर बरस पड़े।
भाजपा नेता लामबंद, घायलों से मिले
मंगलवार को भाजपा नेता लामबंद हो गए। चार घायल पदाधिकारियों ओर कार्यकर्ताओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगलवार दोपहर परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री चेतक सुखाड़िया, पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा नगर निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी सहित कई भाजपा नेता और परिषद के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल कार्यकर्ताओं से घटना की जानकारी ली।
एक कार्यकर्ता से जूते पर नाक रगड़वाई
अस्पताल परिसर में पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया है। परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सुखाड़िया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरता पूर्वक मारपीट की। इससे 4 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। पुलिस ने एक कार्यकर्ता से जूते पर उसकी नाक भी रगड़वाई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई की हम निंदा करते हैं और घटना के विरोध में 2 दिन तक प्रदेश में परिषद आंदोलन करेंगी। उन्होंने मामले को लेकर सीएसपी मान सिंह ठाकुर को निलंबित करने की मांग की है।