जबलपुर। आसमान से मौत बनकर बरस सही गर्मी से गरीबों को बचाने (Save from heat) के लिए जबलपुर प्रशासन (Jabalpur administration) ने कोई प्रबंध नहीं किए हैं। ना तो छाया के इंतजार किए गए और ना ही प्याऊ लगाए गए। हालात यह हैं कि लोग गर्मी के कारण मर रहे हैं। सुबह 7वीं मौत की खबर आई थी। शाम को 8वीं मौत की खबर आ गई है।
भीषण गर्मी की चपेट में आए अज्ञात वृद्घ की मौत (Death of unknown old age) हो गई। बुधवार दोपहर करीब 2.30 बजे वृद्घ का शव नर्मदा ग्रीन रिसोर्ट बरेला के सामने स्थित मैदान में पाया गया। थाना प्रभारी तुषार सिंह (डीएसपी) ने बताया कि मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले जिससे आशंका जाहिर की जा रही है कि तेज गर्मी के चलते मौत हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मृतक की शिनाख्त की जा रही है।
विस्थापितों की बस्ती में 7 मौतें
तिलहरी इलाके में बसाए गए विस्थापितों की बस्ती में आज गर्मी से 6 माह के मासूम की मौत हो गई। बस्ती वालों का कहना है कि अब तक गर्मी के कारण कुल 7 मौतें हो गईं हैं। प्रशासन ने अक्टूबर 2018 में इन्हे यहां अस्थाई डेरा दिया था, लेकिन अब तक 2200 परिवार यहां लावारिस पड़े हुए हैं।