भोपाल। 24 दिन तक लगातार भूखे रहकर एटीएस की कथित प्रताड़नाएं सहने वालीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भाजपा का टिकट मिलते ही बदल गईं हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने अपने एक बयान पर करीब एक दर्जन बार माफी मांगी थी। अब नाथुराम गोडसे मामले पर भी झुकना पड़ा। हालांकि उन्होंने अब तक काफी नहीं मांगी है। इधर चुनाव आयोग ने मामले की रिपोर्ट मांग ली है। देखना रोचक होगा कि चुनाव आयोग क्या कदम उठाता है।
1 माह में दूसरी बार भाजपा, साध्वी के साथ नहीं
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है कि बीजेपी ने हमेशा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की निंदा की है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के बयान से बीजेपी सहमत नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से स्पष्टीकरण मांगेगी। उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
अब क्या कहा साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने
भाजपा के प्रदेश मीडिया इंचार्ज लोकेंद्र पाराशर ने अपनी तरफ से एक ट्वीट करके कहा था कि प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांग ली है। भाजपा से वित्तपोषित मीडिया संस्थानों ने इसे प्रसारित भी किया परंतु स्वतंत्र पत्रकारों ने प्रश्न उपस्थित कर दिया। वो प्रज्ञा ठाकुर के आधिकारिक बयान की मांग करने लगे। तब प्रज्ञा ठाकुर ने न्यूज ऐजेंसी एएनआई को बुलाकर बयान दिया कि 'अपने संगठन भारतीय जनता पार्टी में भी निष्ठा रखतीं हूुं, उसकी कार्यकर्ता हूं औररर पार्टी की लाइन मरेी लाइन है।' हालांकि उन्होंने अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगी। बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के 'खेद' को माफी के रूप में अस्वीकार कर दिया था और राहुल गांधी को स्पष्ट रूप से 'माफी' शब्द के साथ क्षमायाचना करनी पड़ी थी।