भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमल नाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड के पहले चुनाव आयोग को जानकारी नहीं दी गई थी। सुबह चार बजे से छापे शुरु हो गए मगर आठ बजे भोपाल के इनकम टैक्स दफ्तर ने निर्वाचन आयोग को सूचना दी। चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव के दौरान वित्त मंत्रालय की इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों को कोई भी कार्रवाई करने के पहले निर्वाचन आयोग को जानकारी देनी चाहिए।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांताराव ने कहा, 'इस रेड के बारे में मुझे कल सुबह आठ बजे स्थानीय इनकम टैक्स के नोडल अधिकारी ने बताया, कि ऐसा दिल्ली की टीम के द्वारा सीधा ये ऑपरेशन किया जा रहा है। मुझे तभी जानकारी मिली। यह पूछे जाने पर कि आठ बजे तो काफी लेट हो गया क्योंकि रेड तो इंदोर भोपाल में सुबह चार बजे से चल रही थी, उन्होंने कहा कि जो मुझे जानकारी मिली वो मैने बता दी। मै इस बारे में रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं, कि इनकम टैक्स डिपोर्टमेंट जो रिपोर्ट भेजेगा मैं उसे चुनाव आयोग को फॉर्वर्ड करूंगा।
कांताराव ने कहा कि निर्वाचन व्यय नियंत्रण के तहत बहुत सारे जो एजेंसी जो निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखते हैं जैसे एक्साईज़ डिपार्टमेंट है या इनकम टैक्स है इनके साथ मिलकर हम काम करते हैं औऱ समय समय पर उनसे कोऑर्डिनेशन का मीटिंग करते हैं, डेली रिपोर्ट भी वो देते हैं। चूंकि ये कार्रवाई दूसरी यूनिट से की गई है जो स्थानीय यूनिट है इनकम टैक्स डिपोर्टमेंट की उनके पास कोई जानकारी नहीं था। जैसे ही वो जानकारी देगे मैं रिपोर्ट आगे भेजूंगा।
उन्होंने कहा कि ये इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई है और इनकम टैक्स हमें जानकारी देंगे औऱ सहयोग तो हम दिलाएंगे। जो भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश हैं उनका पालन किया जाएगा।