भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) का दावा है कि 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 12-15 मई तक आ जाएगा। हालांकि मूल्यांकन का काम धीमा चल रहा है परंतु बोर्ड दावा कर रहा है कि परीक्षा परिणाम नियत तारीख पर ही घोषित किया जाएगा। बता दें कि इस बार 12वीं में करीब 7.69 लाख और 10वीं में 11.48 लाख छात्र हुए थे।
जानकारी के मुताबिक माशिमं ने बोर्ड परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन का प्रथम चरण 20 मार्च से शुरू कर दिया था, जो 5 अप्रैल तक चला, लेकिन कई जिलों में शिक्षकों की कमी के कारण अभी तक पहला चरण भी पूरा नहीं हो पाया। मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी के कारण परीक्षा परिणामों पर असर पड़ने की संभावना है।
बता दें कि प्रदेश के सभी जिलों की समन्वयक संस्थाओं पर मूल्यांकन किया जा रहा है। राजधानी में मूल्यांकन केंद्र समन्वयक संस्था मॉडल स्कूल टीटी नगर को बनाया गया है। 30 अप्रैल तक 25 हजार शिक्षकों को 18 करोड़ से अधिक कापियों का मूल्यांकन करना है। हालांकि मामिशं ने दावा किया है कि तत्काल मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा और 12 से 15 मई के बीच दोनों कक्षाओं का रिजल्ट घोषित होने की संभावना है।
नई व्यवस्था में लग रहा दोगुना समय
माशिमं ने नई गाइडलाइन के अनुसार किसी भी विषय में जीरो या 90 से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की कापियों पर शिक्षकों को विशेष नजर रखना है। ऐसे परीक्षार्थियों की कापियां दोबारा चेक की जा रही हैं। इसलिए भी समय अधिक लग रहा है। इसके अलावा एक या दो नंबर से किसी विषय में विशेष योग्यता या प्रथम श्रेणी की पात्रता से वंचित होने वाले परीक्षार्थियों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे सभी विद्यार्थियों की कॉपी दोबारा जांच कर अंकों को ध्यान से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं मुख्य परीक्षक और उप मुख्य परीक्षक को परीक्षक की 10 फीसदी कॉपियों की सैम्पलिंग जांच करनी होगी।
जल्दबाजी में कहीं बिगड़ ना जाए परीक्षा परिणाम
माध्यमिक शिक्षा मंडल अब तारीख को टारगेट करके निर्देश जारी कर रहा है। मूल्यांकन में लगे शिक्षकों एवं कर्मचारियों पर भारी दवाब है। इस बार माशिमं की नई गाइडलाइन का भी ध्यान रखना है। ऐसी स्थिति में कहीं ऐसा ना हो कि नियत तारीख पर काम पूरा करने के चक्कर में परीक्षा परिणाम गड़बड़ हो जाए।