BHOPAL को GLOBAL TOWN बनाने के लिये विजन डाॅक्यूमेंट तैयार: दिग्विजय सिंह | MP NEWS

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम भोपाल को ग्लोबल टाउन बनाना चाहते हैं। इसकी विस्तृत योजना भोपाल के लिये मेरे द्वारा तैयार किये जा रहे विजन डाक्यूमेंट में देखने को मिलेगी। इसमें भोपाल, रायसेन, भोपाल-विदिशा, भोपाल-होशंगाबाद और भोपाल-सीहोर के बीच हास्पिलिटी, आईटी, एजुकेशनल हब पर लाजिस्टिक हब के विकास पर कॉन्सन्ट्रेट किया जायेगा। शिक्षा स्वास्थ्य और एनीमल हसबेन्ड्री पर हमारा फोकस होगा।

श्री सिंह आज यहां गुलमोहर कालोनी क्षेत्र में खेड़ावाल गुजराती समाज के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं बिना सोचे विचारे कुछ नहीं कहता हूं और जो कहता हूं उस पर अडिग रहता हूं। मैंने कभी डर के राजनीति नहीं की। अपने तरीके से राजनीति में अपना हल निकालता हूं। भाजपा ने हल्ला बहुत मचाया लेकिन भ्रष्टाचार का एक भी आरोप 15 सालों में सिद्ध नहीं कर पाये। ये लोग केवल बदनाम करने का खेल करते रहे। 

दिग्विजय सिंह भाषण न देकर लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि रोजगार सबसे बड़ी समस्या है। इसमें भी शहरी और ग्रामीण रोजगार की प्रकृति और वहां के मिजाज अलग-अलग हैं। कृषि का जीडीपी 44 प्रतिशत से गिरकर 14 प्रतिशत हो गया है। किसानों की संख्या भी कम नहीं हुई लेकिन कृषि की आमदनी बढ़ गयी। मेडीकल और पैरामेडीकल ऐसे सेक्टर हैं, जो हजारों रोजगार पैदा कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने एचईएल, एलआईसी, बीएसएनएल जैसी संस्थाओं को धीरे-धीरे कमजोर कर दिया है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्वालिटी की जरूरत है। हमारी चिंता सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर की है। हमने हर जिले में उत्कृष्ट विद्यालय शुरू किये थे, लेकिन बाद में इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने उज्जैन से पुरी और भोपाल-जबलपुर के बीच नई रेल चलाने के लिये प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि भोपाल का मास्टर प्लान 1995 में बना था, जिसका रव्यू 2005 और 2015 में होना था जो नहीं हुआ। इस कारण भोपाल में 350 काॅलोनियां बिना प्लान के बन गयीं और अब नागरिक परेशान हो रहे हैं। 

नेहरूजी के संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भाखरानंगल और हीराकुण्ड जैसे बांध, तमाम स्टील कारखाने, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स, आईआईटी, इसरो, डीआरडीओ, भाभा रिसर्च इंस्टीट्यूट नेहरू जी की ही देन है। छोटे-छोटे इन्श्योरेंस कंपनियों को मिलाकर एक जीवन बीमा निगम किसने बनाया? पंचवर्षीय योजनाओं की परिकल्पना किसके दिमाग की उपज थी। नेहरू जी ने देश के आर्थिक, औद्योगिक और शैक्षिक विकास की नीव रखी। यह पूरा देश जानता है। इसलिए एक संकुुचित विचारधारा के जो लोग उनकी आलोचना करते हैं, वह सिरे से झूठ है। 

समाज की अध्यक्ष श्रीमती अरूणा मेहता ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. संजय त्रिवेदी और राजेश त्रिवेदी ने गुजराती समाज के महत्वपूर्ण और बुद्धिजीवी व्यक्तियों से दिग्विजयसिंह का परिचय कराया और मध्यप्रदेश के निर्माण में समाज के नौकरीपेशा लोगों के योगदान को याद किया।

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