ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिंड जिले में अटेर क्षेत्र के गांव रानी बिरगवां में पूरे 1 महीने तक 'ब्रह्मराक्षस' का आतंक छाया रहा। रात के अंधेरे में एक काला साया अचानक खेतों की रखवाली कर रहे किसानों के पास आकर खड़ा हो जाता था। वो भयानक आवाजें निकालता था। हालात यह थे कि पूरे गांव ने घर से बाहर निकलना ही बंद कर दिया था। सूरज डूबते ही किसान खेतों को लावारिस छोड़ जान बचाने के लिए घरों में छुप जाते थे। पुलिस से मदद मांगी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
कैसे खुला 'ब्रह्मराक्षस' का रहस्य
दहशत के 25 दिन बीत चुके थे। ग्रामीण चिंतित थे कि इस तरह जिंदगी कैसे बसर होगी। एक रात ग्रामीणों ने तय किया कि वो 'ब्रह्मराक्षस' के रहस्य का पता लगाएंगे। ग्रामीणों ने रात के अंधेरे में कई टोलियों छुपकर 'ब्रह्मराक्षस' का इंतजार किया। डरावनी आवाज आई तो सभी ने आवाज की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। एक आकृति दिखाई दी। एक इंसान जो पूरी तरह से काला था, उसके बदन पर कोई कपड़ा नहीं था, लेकिन वो आम इंसानों की तरह ही दिखाई दे रहा था। हिम्मत करके ग्रामीणों ने उस पर हमला बोल दिया। बस फिर क्या था, 'ब्रह्मराक्षस' गिड़गिड़ाने लगा।
कौन था 'ब्रह्मराक्षस'
कमल कटारे निवासी गिताैर जो रानी बिरगवां गांव में अपने जीजा बालकिशन पुरोहित के यहां रहने के लिए आया था। गांव में वो जीजा के ट्यूबवेल पर रहकर खेती का काम देखता था। रात के अंधेरे में कमल नग्न होकर पूरे शरीर पर कालिक लगाकर गांव के बाहर खेतों पर लेटने वाले ग्रामीणों को तरह-तरह की आवाज निकालकर डराने लगा था। साथ ही वह जोर-जाेर से अपने आपको ब्रह्म राक्षस बोलता था। कुछ ही दिनों में उसका डर गांव के साथ आस पास के गांव में भी फैल गया। कमल ने ग्रामीणों को बताया कि उसने अपने मनोरंजन के लिए एक-दो बार लोगों का डराने के लिए ऐसा किया था लेकिन जब गांव में ब्रह्म राक्षस भूत की बातें होने लगीं तो मुझे यह काम बार-बार करने में मजा आने लगा। कमल और उनके परिजन ने गांव वालों से इस हरकत के लिए माफी मांगी।
शिकायत आई थी
रानी बिरगवां में रात के समय कोई ब्रह्मराक्षस लोगों को परेशान कर रहा है। ऐसी सूचना मेरे पास आई थी जिसके बाद मैंने अपने स्तर पर जांच भी कराई। कुछ रोज पहले ग्रामीणों ने कमल नाम के एक युवक को पकड़ा था जो गांव में किसी का रिश्तेदार था। ग्रामीणों ने उसके खिलाफ थाने में कोई शिकायत नहीं की। जीआर खरे, टीआई, फूफ थाना