भोपाल। मध्यप्रदेश के विश्व विख्यात भगोरिया मेले में बम ब्लास्ट की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। यहां एक बम मिला है, जो एक लोकल ऑटो में प्लांट किया गया था। बम विस्फोट होने से पहले ही ऑटो चालक की इस पर नजर पड़ गई और पुलिस की सक्रियता के बाद बम को निष्क्रीय कर दिया गया। घटना आदिवासी जिला अलीराजपुर की है जो गुजरात की सीमा से सटा हुआ है। बता दें कि भगोरिया मेला आदिवासियों का प्रणय पर्व होता है। इस मेले में विवाह योग्य युवतियां अपने लिए वर का चयन करतीं हैं।
घटना 19 मार्च की है। मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के बखतगढ़ के भगोरिया हाट से ग्राम गोलापल्लवी लौटे लोडिंग ऑटो में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बम मिलने के बाद इंदौर से बम निरोधक टीम ने पहुंचकर बम होने की पुष्टि की और रात में ही बम को निष्क्रिय कर दिया। इस संबंध में एसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया था कि बीडीएस टीम ने बम की जांच की थी। जिसमें एक डेटोनेटर, 56-60 ग्राम विस्फोटक, जिलेटिन रॉड, सुतली, फेविकोल आदि से बांधकर बम बनाया गया था। इसमें घड़ी, स्विच व तार भी लगे हुए थे।
बम ऑटो में रख दिया गया था ताकि ज्यादा से ज्यादा नुक्सान हो
गौरतलब है कि 18 वर्षीय युवक संजय पिता टेमरिया निवासी गोलापल्लवी मंगलवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे ग्राम गोलापल्लवी से लोडिंग ऑटो (एमपी 69 एल0332) में अपने गांव के युवक-युवतियों को लेकर बखतगढ़ के भगोरिया हाट में गया था। भगोरिया में दो-तीन घंटे घूमने-फिरने के बाद दोपहर साढ़े तीन बजे करीब सभी ऑटो में बैठकर अपने गांव लौट आए। यहां सभी सवारियों के उतरने के बाद ऑटो में एक थैला दिखा। जिस पर संजय ने सवारियों से पूछा कि ये किसका थैला है, सभी ने कहा कि हमारा नहीं है। थैले में रखे सामान को देखने पर पता चला कि बमनुमा सामग्री, तार, घड़ी और अन्य वस्तुएं दिखाई दी तो उसने थैले को ऑटो से बाहर फेंक दिया और छकतला पुलिस चौकी में सूचना दी। आरोपी ने ऑटो में पार्किंग के दौरान संभवत: बम प्लांट कर दहशत फैलाना चाहता था।
गुजरात की सीमा पर नाकाबंदी की गई
बखतगढ़ भगोरिया के दौरान क्षेत्र में बम मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने शनिवार से गुजरात सीमा पर छह चेक पोस्ट शुरू कर दिए गए हैं। आगामी लोकसभा चुनाव व त्योहार सहित गुजरात का सीमावर्ती क्षेत्र होने से इस मामले की जांच की निगरानी भोपाल से वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। वे एटीएस व पुलिस द्वारा की जा रही जांच की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मामले में स्थानीय व्यक्ति के शामिल होने की संभावना से भी पुलिस अधिकारी इनकार नहीं कर रहे हैं।
इस मामले में इंदौर झोन के एडीजी वरुण कपूर ने पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता ली। इस दौरान उन्होंने कहा बम मिलना हमारे लिए बड़ी चुनौती है। पुलिस हर स्तर पर कार्रवाई कर रही है, जिससे संबंधित आरोपियों के उद्देश्य, षड्यंत्र व राज का खुलासा हो सके। इस मामले की जांच एटीएस कर रही है। उन्होंने कहा हमारे पुलिस अधिकारी व फोर्स मेहनत से कार्य कर रहे हैं। बम के बारे में पूरी जानकारी जुटाने में लगे हैं।
मामले में अपर कलेक्टर सुरेशचंद्र वर्मा ने बताया जिले में विस्फोटक सामग्री विक्रय करने वाले 12 लाइसेंसधारी विक्रेता हैं। इनमें आलीराजपुर, जोबट व चंद्रशेखर आजाद नगर में 4-4 व्यापारियों को लाइसेंस जारी किए गए हैं। ये सभी स्फोटक सामग्री का स्टॉक थोक में रखते हैं। इन सभी पर भी नजर रखी जा रही है। इस मामले के बाद एसडीएम से इन सभी व्यापारियों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है, जो मिल चुकी है। जिले में 43 शार्ट फायर करने वाले लोगों को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया गया है, जो लाइसेंसधारी व्यापारियों से विस्फोटक सामग्री लेकर साइट पर विस्फोट करते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चाही गई हर जानकारी जुटाई जा रही है।