पढ़िए स्क्रैप कारोबारी को उसी की पत्नी ने किस तरह मार डाला | INDORE MP NEWS

इंदौर। स्क्रैप कारोबारी हाफिज खान की हत्या के रहस्य का खुलासा हो गया है। पुलिस ने कारोबारी की पत्नी और कारोबारी के भाई को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ पुलिस ने सारी कहानी भी बयां की है। पुलिस के अनुसार यह मामला अवैध प्रेम संबंधों का है। स्क्रैप कारोबारी ने कई महिलाओं से संबंध बना रखे थे और पत्नी को तलाक भी नहीं दे रहा था। पत्नी ने स्क्रैप कारोबारी के ही भाई से संबंध बनाए और फिर दोनों ने मिलकर उसकी हत्या की। 

कबाड़ के बोरे में मिली थी स्क्रैप कारोबारी की लाश

एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि शुक्रवार सुबह सूचना मिली थी कि बद्री पटेल के प्लाट के सामने खजराना क्षेत्र के झलारिया रोड पर एक बोरे में किसी अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी है। सूचना के बाद पुलिस ने मौका मुआयना कि तो मृतक के सिर व गर्दन में चोट के निशान मिले। साथ ही जेब में करीब 10 हजार रुपए व एक महिला का फोटो मिला। पूछताछ में मृतक की शिनाख्त 34 वर्षीय बबलू पिता हफीज निवासी न्यू खिजराबाद काॅलोनी खजराना के रूप में हुई। मृतक स्क्रैप का व्यवसाय करता था। पोस्टमार्टम में मौत का कारण रात में सिर व गर्दन पर चोट से होना बताया गया।

पत्नी ने पुलिस को मिसगाइड करने की कोशिश की

पीएम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर मृतक की पत्नी फिरोजा से पूछताछ की गई तो पता चला कि 28 मार्च को रात करीब 12 बजे कमल राठी (स्क्रैप व्यवसायी) का फोन आया था की उसकी गाड़ी पकड़ा गई है। इस पर बबलू 50-60 हजार रुपए लेकर घर से रवाना हुआ था। पुलिस ने जब राठी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने कोई फोन नहीं किया था। पत्नी द्वारा झूठ बोलने पर पुलिस का को उस पर शक हो गया।

भाई ने बताई पूरी कहानी

पुलिस ने पत्नी के एंगल पर जांच शुरू की तो मुखबीर ने बताया कि मृतक का 29 वर्षीय चचेरा भाई इम्तियाज उर्फ मुन्ना निवासी बाबा मनसब नगर खजराना वारदात वाली रात मृतक के घर के आसपास दिखाई दिया था। वह मृतक के मिट्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के बजाय सीधे कब्रिस्तान पहुंचा था। पुलिस ने इम्तियाज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल लिया। उसने बताया कि उसके मृतक की पत्नी से दो साल से संबंध हैं। वे दोनों साथ रहना चाहते थे, इसलिए बबलू को रास्ते से हटाना चाहते थे। मुन्ना के कबूलनामें के बाद पुलिस ने फिरोजा को हिरासत में लिया और पूछताछ की। 

पत्नी ने भी बताया कि उसने ऐसा क्यों किया

फिरोजा ने बताया की पति बबलू के अन्य कई औरतों से संबंध थे, जिस कारण उनके बीच हमेशा लड़ाई होती थी। वह तलाक भी नहीं दे रहा था। बच्चों का मुंह देकर वह उसकी प्रताड़ता सहती रही। बबलू ने कुछ दिन पहले ही शुजालपुर में उसके नाम पर 6 बीघा जमीन की रजिस्ट्री करवाई थी। उसने और इम्तियाज ने उसे मारने का प्लान काफी पहले बना लिया था। इसलिए वह बबलू को सात-आठ दिन से रात में चाय में नींद की गोली मिलाकर दे रही थी। ये टेबलेट इम्तियाज ने ही लाकर दी थीं। 28 तारीख को प्लान के अनुसार फिरोजा ने बबलू के खाने में नींद की ज्यादा गोलियां मिला दी थीं।

दोनों की प्लानिंग क्या थी

बबलू के सोते ही फिरोजा ने इम्तियाज काे बुला लिया और रात करीब डेढ़ बजे उसके सिर पर डंडे से वार कर गर्दन को चाकू से काट दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने बबलू को कपड़े पहनाकर उसकी जेब में 10 हजार रुपए और एक महिला का फोटो रख दिया। उन्होंने बबलू को एक टाट के बोरे में बांधा और रात में ही अपने दोस्त कादर पिता मो. रफिक निवासी नरवल से मांगकर लाई एक्टिवा पर लाश को रख ठिकाने लगाने निकले, लेकिन घर से कुछ दूर पहुंचते ही कुत्तों ने भोंकना शुरू कर दिया, जिससे वे लाश को छोड़कर भाग गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल डंडा, चाकू और एक्टिवा जब्त कर ली है।
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