भोपाल। मध्यप्रदेश के करीब आधा दर्जन जिलों जिनमें छिंदवाड़ा, बैतूल, शहडोल, सिवनी, बालाघाट प्रमुख हैं, तेज बारिश एवं ओले गिरने की खबर आ रही है। छिंदवाड़ा शहर में पानी भर गया तो सिवनी और बालाघाट में भी भारी नुक्सान हुआ है। किसानों की हजारों हैक्टेयर जमीन पर खड़ी फसलें तबाह हो गईं।
छिंदवाड़ा में ओले गिरे, फसलें तबाह
छिंदवाड़ा में दो दिनों से दिन में तेज गर्मी का असर साफ दिखाई दे रहा था। पर, रात में मौसम में ठंडक आ जाती थी। बुधवार को भी सुबह से ही तेज गर्मी महसूस हो रही थी, लेकिन दोपहर करीब 1.30 बजे के बाद अचानक मौसम ने करवट ली और बादल छा गए। तेज हवा के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। ओले भी गिरने लगे। किसानों के मुताबिक तीन से चार मिनट तक चने से लेकर बेर बराबर ओले गिरे, जिससे फसलों को एक बार फिर नुकसान हुआ है। गांवों में इन दिनों कटाई चल रही है। कई किसानों ने फसल काटकर खेतों में रखी थी, जो बारिश में भीग गई।
शहर में पानी भर गया
इधर, छिंदवाड़ा जिला अस्पताल की ओपीडी सहित कुछ वार्डों में बारिश का पानी भर गया। इसी तरह शहर की कुछ बस्तियों के घरों में भी पानी घुस गया। बैतूल में भी करीब 15 मिनट तक तेज बारिश हुई। किसान अनाज बचाने के लिए मशक्कत करते रहे।
सिवनी व बालाघाट में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
सिवनी के कुरई व फुलारा क्षेत्र के दर्जनों गावों में बुधवार दोपहर अचानक बिगड़े मौसम के बाद हुई ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। ओले की मार से लहलहा रही फसलें खेतों में बिछ गईं। मुख्यालय सहित आसपास के इलाकों में करीब एक घंटे तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश से भी फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है। वहीं बालाघाट जिले के बैहर, परसवाड़ा, लांजी, किरनापुर, लामता क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। बेर के आकार के ओले गिरने से दलहनी-तिलहनी फसलों और सब्जियों को नुकसान हुआ है।
कुरई विकासखंड के गांव बिलंदा, सुकरी, घोरावारी, सलखनी सहित छिंदवाड़ा मार्ग में फुलारा, कातलबोड़ी, मुंगवानी क्षेत्र के मढ़वा, जैतपुर, किशनपुर, खैरी, भाटीवाड़ा, हथनापुर सहित दर्जन भर गांव में बुधवार दोपहर ओलावृष्टि हुई। कुरई क्षेत्र में तकरीबन आधा दर्जन गांवों में 10 मिनिट तक आंवले के आकार के ओले गिरे।
सड़कों पर गिरे पेड़, घरों के उड़े छप्पर
तेज हवाओं के साथ बारिश होने से खमरिया गांव के पास पेड़ गिरने के कारण अरी से कटंगी मार्ग करीब आधा घंटे तक अवरुद्ध रहा। मजदूरों ने मशक्कत के बाद पेड़ को काट काटकर सड़क से हटाया। इसके बाद इस मार्ग में आवागमन चालू हो सका। कल्याणपुर से आष्टा मार्ग के बीच भी पेड़ गिरने से कुछ साइकिलें चपेट में आ गईं। मढ़वा क्षेत्र में कई घरों से तेज हवाओं के कारण घरों के छप्पर उड़कर दूर जा गिरे।