MP NEWS: मध्यप्रदेश की राजनीति में तीन देवियां सुर्खियों में

भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकीं हैं। इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में टिकट के दावेदार तो बहुत हैं परंतु जिताऊ उम्मीदवारों का टोटा है। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता चाहते हैं कि उनके क्षेत्र में उम्मीदवार ऐसा है जिसके नाम पर ज्यादा से ज्यादा वोट मिलें। वैसे भी इस बार कोई लहर नहीं है और बदलाव का वक्त भी गुजर चुका है। कुछ लोग फिल्मी सितारों को चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं तो कुछ क्रिकेट खिलाड़ियों को। इन सबके बीच तीन देवियां भी सुर्खियां बटोर रहीं हैं। नंबर 1 पर हैं: ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी श्रीमती प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया, नंबर 2 पर: पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी श्रीमती साधना सिंह और नंबर 3 पर हैं: कांग्रेस के मुख्य रणनीतिकार दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता राय। 

प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया गुना लोकसभा से


फिलहाल यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद हैं परंतु इस बार अवसर है कि वो अपने परिवार की पारंपरिक सीट ग्वालियर लोकसभा को वापस हासिल कर लें। माहौल अनुकुल है, यहां से भाजपा सांसद नरेंद्र सिंह तोमर की स्थिति काफी कमजोर है। भाजपा के पास विकल्प नहीं है अत: ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर से लड़ सकते हैं। ऐसे में गुना लोकसभा सीट से उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया को टिकट दिया जा सकता है। गुना का इतिहास है, यहां से सिंधिया राजघराने के सभी लोगों ने राजनीति की शुरूआत की है और यहां की जनता वंशवाद का विरोध नहीं करती। 

श्रीमती साधना सिंह चौहान विदिशा लोकसभा सीट से 


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी से विधायक हैं। पार्टी उन्हे लोकसभा चुनाव में भी उतारना चाहती है परंतु एक खास रणनीति के तहत कांग्रेस को घेरने के लिए। विदिशा लोकसभा सीट पर श्रीमती साधना सिंह काफी अच्छा प्रभाव है। अब तक यहां से नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सांसद थीं पंरतु अब वो चुनाव नहीं लड़ेंगी। ऐसे में श्रीमती साधना सिंह की दावेदारी स्वभाविक हो जाती है। यदि विदिशा सीट की बात करें तो यहां श्रीमती साधना सिंह का अस्तित्व शिवराज सिंह से अलग है। आम जनता श्रीमती साधना सिंह को पसंद करती है जबकि शिवराज सिंह से नाराज थी। 

अमृता राय राजगढ़ सीट से


कांग्रेस के लिए इस बार एक एक सीट महत्वपूर्ण है। राजगढ़ सीट पर भाजपा की हालत इतनी खराब है कि यदि खाली कुर्सी से चुनाव करा दिया जाए तो भाजपा हार जाएगी। कांग्रेस के पास यहां से कोई दमदार प्रत्याशी नहीं है। दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह, पुत्र जयवर्धन सिंह और रिश्तेदार प्रियवत सिंह विधायक हैं। दिग्विजय सिंह को इंदौर से चुनाव लड़ाने की मांग की जा रही है। यह सीट भाजपा की महिला नेता एवं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन क पास है परंतु इस बार पार्टी कार्यकर्ता महाजन के साथ नहीं हैं। इसके अलावा भोपाल लोकसभा सीट भी उनके लिए लाभदायक हो सकती है। भाजपा के पास यहां कोई बड़ा नाम नहीं है। इत्तेफाक़ से कांग्रेस के पास भी कोई अच्छा नाम नहीं है। अत: राजगढ़ लोकसभा सीट के लिए अमृता राय सबसे उपयुक्त नाम है। अमृता राय मूलत: पत्रकार हैं, राजनीति​ से उनका दशकों पुराना रिश्ता है और वो एक ऐसी महिला हैं जो दोनों स्थितियों में कांग्रेस के लिए लाभदायक रहेंगी, पार्टी सत्ता में आए तब भी और विपक्ष में चली जाए तब भी। 

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