भिंड, मुरैना और ग्वालियर के 94 लड़के फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े | VIDISHA MP NEWS

विदिशा। विदिशा में चल रही सेना भर्ती रैली में प्रदेश के 9 जिलों के युवा हिस्सा ले रहे हैं। रविवार को भोपाल और छिंदवाड़ा जिले के लिए भर्ती हुई थी। इसमें शामिल 94 अभ्यर्थियों के फर्जी दस्तावेज पकड़ में आए हैं। ये सभी युवक भिंड, मुरैना और ग्वालियर क्षेत्र के हैं, जिनके आधार कार्ड, मार्कशीट और मूल निवासी प्रमाण पत्र फर्जी होना पाए गए हैं। दस्तावेजों की जांच के दौरान आर्मी के अफसरों ने यह फर्जीवाड़ा पकड़ा है। समाचार लिखे जाने तक आर्मी की तरफ से किसी के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। 

भोपाल में बने फर्जी दस्तावेज
फर्जी दस्तावेज बनाने के तार भोपाल के हुजूर से जुड़े होने की बात सामने आ रही है। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से ये युवक विदिशा के बाद टीकमगढ़ में होने वाली सेना भर्ती में शामिल होने वाले थे। इसी से यह गड़बड़ी पकड़ में आई है। सेना भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इन युवकों ने आवेदन किया था। आर्मी के अफसरों के मुताबिक फर्जी दस्तावेजों के मामले में उन्होंने 18 अभ्यर्थियों को पुलिस के हवाले किया है। जबकि पुलिस इससे इंकार कर रही है। अन्य 76 युवकों को दस्तावेज जब्त कर छोड़ दिया गया। एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों से जुड़े गिरोह तक पहुंचने के लिए किसी की तरफ से कोई रिपोर्ट होना जरूरी है। 

फरवरी में टीकमगढ़ में होना है सेना भर्ती का आयोजन
आर्मी के कर्नल मानस दीक्षित ने बताया कि विदिशा के बाद फरवरी माह में टीकमगढ़ में भी सेना भर्ती रैली का आयोजन होना है। रविवार को जो युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ में आए हैं उन्होंने टीकमगढ़ में होने वाली भर्ती में भी अपना रजिस्ट्रेशन करा रखा था। दो जगह रजिस्ट्रेशन होने से ही फर्जी दस्तावेजों से जुड़ी गड़बड़ी पकड़ में आई है। उन्होंने बताया कि दो बार चांस लेने के इरादे से भिंड, मुरैना और ग्वालियर के इन युवकों ने विदिशा में हुई इस भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आवेदन किया था। उन्होंने बताया कि गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद दोपहर 12 बजे एनाउंस कर फर्जी दस्तावेज वाले युवकों खुद बाहर होने की चेतावनी दी गई। इस चेतावनी पर 76 अभ्यर्थी खुद ही भर्ती से बाहर निकल आए और लिखित में अपनी गलती स्वीकार की है। जबकि 18 युवकों को चेतावनी नजर अंदाज करने पर पुलिस के हवाले किया गया है। 

मूल निवासी भोपाल के, मार्कशीट भिंड, मुरैना और ग्वालियर की
आर्मी के कर्नल दीक्षित ने बताया फर्जी दस्तावेजों के मामले में पकड़ में आए युवकों की 10वीं और 12वीं की मार्कशीट जहां भिंड, मुरैना और ग्वालियर की थीं, जबकि मूल निवासी प्रमाण पत्र सभी के भोपाल का था। उन्होंने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती में शामिल होने के लिए इन अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। लेकिन दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान हुई बारीकी से जांच पड़ताल में इन अभ्यर्थियों का फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में इन युवकों ने बताया है कि उन्होंने भोपाल के हुजूर तहसील से फर्जी दस्तावेज बनवाए हैं। करीब 20 से 25 हजार रुपए में फर्जी दस्तावेज बनाए जाते हैं। 

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