25 साल पहले किसान की हत्या हो गई थी, उस पर भी लोन चढ़ा मिला | MP NEWS

बीना (सागर)। मप्र शासन की कर्ज माफी स्कीम बड़े-बड़े स्केम का खुलासा कर रही है। बैंकों ने मृत व्यक्तियों के नाम पर लोन जारी कर दिए और अब जब कर्ज माफी स्कीम में जब सूची चस्पा हुई तो उसका खुलासा हुआ। सेंट्रल बैंक ने चमारी गांव में लगभग 25 साल पहले मृत हुए एक आदिवासी के नाम पर 2014 में लोन जारी कर दिया। लोन की जानकारी मिलने पर मृतक के भाई ने एसडीएम ऑफिस पहुंचकर शिकायत की। जिस पर एसडीएम ने सेंट्रल बैंक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

चमारी गांव निवासी जमना पिता नवल आदिवासी बुधवार को बैंक द्वारा जारी सूची के साथ तहसील पहुंचे। उन्होंने एसडीएम डीपी द्विवेदी को बताया कि उसके भाई मुन्नी आदिवासी की लगभग 25 साल पहले हत्या हो चुकी है। उसके नाम पर गांव के ही रणधीर, रमेश अहिरवार ने सेंट्रल बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर लोन निकाल लिया है।

जमना आदिवासी ने कहा कि 9 अक्टूबर 2014 को सेंट्रल बैंक ने 80 हजार रुपए का लोन मुन्नी पिता नवल आदिवासी के नाम पर जारी कर दिया, जबकि उस समय मुन्नी को मरे हुए 20 साल से ज्यादा समय बीत चुके थे। किसान के साथ तहसील पहुंचे पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि बैंकों ने कई फर्जी प्रकरण बनाए हैं। इसमें एक यह भी है। ऋण प्रकरण में जितनी भी शिकायतें आ रही हैं उनकी जांच कराई जाए तो लगभग हर बैंक में इस तरह के प्रकरण निकलेंगे।

पंचायत ने भी बनाया पंचनामा
बैंक की इस धोखाधड़ी की जानकारी लगने पर ग्राम पंचायत चमारी के सरपंच जगपाल सिंह सहित अन्य लोगों ने पंचनामा बनाकर बताया कि मुन्नी पिता नवल आदिवासी की मृत्यु 25 वर्प पूर्व हो चुकी है। पंचनामे पर गांव के पंचों सहित अन्य ने भी हस्ताक्षर किए हैं।

बिना वेरीफाई किए कैसे जारी हुआ लोन
किसी भी व्यक्ति को लोन जारी करने से पहले बैंक द्वारा उस व्यक्ति को वेरीफाई किया जाता है। लेकिन तत्कालीन बैंक प्रबंधक ने बिना तस्दीक किए लोन कैसे जारी कर दिया, इस पर सवाल खड़े होते हैं। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बैंक प्रबंधक द्वारा इस मामले में लापरवाही बरती गई है।

बिना वेरीफिकेशन लोन नहीं हो सकता
किसी भी लोन को जारी करने से पहले हितग्राही या उपभोक्ता की जानकारी बैंक प्रबंधक द्वारा ली जाती है। वेरीफिकेशन होता है, गारंटर लिया जाता है। बिना पूरी प्रक्रिया के लोन नहीं हो सकता। आप जिस प्रकरण की जानकारी दे रहे हैं, वह काफी समय पहले का है। मुझे नहीं पता किसने और कैसे लोन जारी कर दिया। आप बता रहे हैं तो मामले की जांच करा लेंगे- एके बत्रा, शाखा प्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बीना

नोटिस जारी किया है
शिकायत हमारे पास आई है, हमने बैंक को नोटिस जारी कर जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है। इस मामले में आवश्यकतानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी- डीपी द्विवेदी, एसडीएम, बीना

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