सरकारी EDUCATION व HEALTH संस्थानों के बगैर देश नहीं चला सकते: RAHUL GANDHI | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। Rajasthan elections में गोत्र और ढोंगी हिंदुत्व के आरोप प्रत्यारोपों के बीच एक अच्छा मुद्दा सामने आया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को संवाद कार्यक्रम में यह माना कि देश में सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थान अत्यंत अनिवार्य हैं। इनके बिना देश का ढांचा ही बिगड़ जाएगा। बता दें कि इन दिनों देश की लगभग सभी सरकारें सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों के निजीकरण की कोशिश कर रहीं हैं। संस्थानों की कुछ सेवाओं का निजीकरण हो चुका है। कुछ राज्यों में एक क्षेत्र विशेष में सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों का प्रबंधन भी निजी हाथों में सौंपा जा चुका है। 

राहुल गांधी ने कहा कि यह सोचना गलत है कि केवल प्राइवेट शिक्षा संस्थान ही अच्छे हैं। हम इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों के बगैर हम देश नहीं चला सकते। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को उदयपुर में एक संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे। यहां उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी पर भी खुलकर बात की। 

हमारी सरकार ने 3 बार SURGICAL STRIKES की थी


राहुल गांधी दावा किया यूपीए सरकार में तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे 'सैन्य फैसले को भी' राजनीतिक संपत्ति बना दिया है। साथ ही राहुल गांधी ने नोटबंदी को ऐसा घोटाला बताया जिसका उद्देश्य छोटे कारोबारियों और दुकानों की रीढ़ तोड़ना था।

MODI ने सर्जिकल स्ट्राइक को Politics का मुद्दा बना दिया


न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक राहुल गांधी ने संवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''मनमोहन सिंह सरकार ने तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की, क्या आपको इसकी जानकारी है? उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीति 'मुद्दा बनाने का आरोप लगाया और कहा,'' प्रधानमंत्री ने सेना के अधिकार क्षेत्र (डोमेन) में घुसते हुए उनकी सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक आस्ति (एसेट) में बदल दिया जबकि वास्तव में यह एक सैन्य फैसला था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में हार सामने दिखी तो मोदी ने एक 'सैन्य फैसले को राजनीतिक संपत्ति में बदल दिया। 

NPA 2 से 12 लाख करोड़ रुपए हो गया है


राहुल ने बैंकों की 'गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''संप्रग सरकार ने जब मोदी जी को सरकार सौंपी तब एनपीए दो लाख करोड़ रुपये था जो चार साल में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं के लिए रोजगार सृजन के मामले में पूरी तरह विफल रही है। 

15 साल में हम CHINA को पछाड़ सकते हैं


राहुल ने कहा कि अगर हिंदुस्तान में 10-15 साल सही सरकार आई तो हम चीन को पछाड़ देंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक बिजनेसमैन और पेशेवर लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह सोचना गलत है कि केवल प्राइवेट शिक्षा संस्थान ही अच्छे हैं। हम इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों के बगैर हम देश नहीं चला सकते।

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