DIGVIJAY SINGH के भाई समेत 1 दर्जन कांग्रेस विधायक इस्तीफा देने को तैयार | MP NEWS

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भोपाल। कांग्रेस का एक गुट नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहता था परंतु अजय सिंह अपनी ही सीट से चुनाव हार गए। अब वो मुख्यमंत्री क्या मंत्रीमंडल में भी शामिल नहीं हो सकते। अजय सिंह डिप्टी सीएम या कम से कम मंत्रीमंडल में आ जाएं इसके लिए कांग्रेस के 1 दर्जन विधायक इस्तीफा देने को तैयार हैं। इनमें एक नाम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह का भी है जो चाचौड़ा से संघर्षपूर्ण चुनाव के बाद जीते हैं। 

इन MLA'S ने KAMALNATH को इस्तीफा सौंपा


एक दर्जन विधायकों ने अजय सिंह के लिए सीट छोड़ने को तैयार हैं, इसमें चित्रकूट के विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, चाचौड़ा के विधायक लक्ष्मण सिंह, गाडरवाड़ा विधायक सुनीता पटेल और छतरपुर के आलोक चतुर्वेदी, सुरेन्द्र सिंह और विनय सक्सेना आदि विधायकों ने कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है। इसके पहले सिंधिया के लिए भी कई विधायकों ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी।

चुरहट से BJP के Sharadendu Tiwari ने AJAY SINGH को हराया है


विधानसभा चुनाव में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे और नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह अपनी परंपरागत सीट चुरहट से हार गए। अजय सिंह को भाजपा के शरदेन्दु तिवारी ने 6,402 मतों से पराजित किया। तिवारी को जहां 71,909 वोट मिले, वही सिंह को 65,507 मत मिले। अजय सिंह इस सीट से 1998 से चार बार लगातार विधायक रहे। इस सीट से वह पहली बार हारे हैं। 

RAHUL भैया को कूटनीति से हराया गया

नरसिंहपुर जिले की गाडरवाड़ा नवनिर्वाचित विधायक सुनीता पटेल ने कमलनाथ को भेजे जाने वाले अपने त्याग पत्र में लिखा है कि राहुल भैया को कूटनीति से हराया गया है। मैं अपनी सीट से त्याग पत्र देकर उनको यहाँ से चुनाव लड़ाना चाहती हूँ और उनको बड़े बहुमत के साथ जीतकर लाऊंगी, ताकि प्रदेश के साथ साथ गाडरवारा का विकास हो।

AJAY SINGH से गले लगकर रो पड़े ARUN YADAV

विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह को भाजपा के शरदेन्दु तिवारी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे अरुण यादव को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जबरदस्त शिकस्त मिली। हार के बाद पहली बार दोनों आज पीसीसी पहुंचे, जहां एक दूसरे को देख भावुक हो गए। दोनों ने एक दूसरे को पहले गले लगाया और फिर भावुक हो उठे। इस दौरान अरुण यादव के आंसू झलक पड़े। अजय सिंह ने अरुण यादव को गले लगाकर ढांढस बंधाया। 


हार का गम नहीं, जीत की खुशी

अजय सिंह ने कहा हार का गम नही जीत की खुशी है, कांग्रेस ने सालों बाद जीत हासिल की है, हमारा यही उद्देश्य था, जो पूरा हुआ। वहीं, अरुण यादव ने कहा कि राहुल भैया से हमारा आज का नही बल्कि 40 सालों से रिश्ता है। थोड़ा दुख तो हुआ क्योंकि बीते चार बार से वे यहां से जीतते आए। खैर, सरकार बन गई इस बात की खुशी है, हार-जीत तो लगी रहती है।
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