अकेले पड़ गए हिरा अलावा, कांग्रेस का कोई बड़ा नेता साथ नहीं | MP NEWS

मनावर। कांग्रेस ने यहां से जयस के नेता डॉ. हिरा अलावा को टिकट दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस 3 हिस्सों में बंट गई। एक जो हिरा अलावा का विरोध कर रहे हैं। दूसरे जो हिरा अलावा के टिकट से नाराज होकर निष्क्रीय हो गए हैं और तीसरे कुछ ऐसे हैं जो हिरा अलावा का साथ दे रहे हैं। जयस कार्यकर्ताओं की स्थिति भी ऐसी ही है। वो भी तीन हिस्सों में बंट गए हैं। यह चुनाव हिरा अलावा के अस्तित्व का चुनाव है क्योंकि उन्होंने जयस का झंडा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। यदि जीत नहीं पाए तो ना कांग्रेस के रहेंगे और ना ही जयस के। 

बताया जा रहा है कि इस बार तो भाजपा नेता रंजना बघेल को हराने में भाजपा के लोग भी जयस साथ देने वाले थे पर दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और दीपक बावरिया ने चुपचाप तरीके से अलावा को ‘पंजा’ थमा दिया। अब अलावा के साथ प्रचार में राजूखेड़ी के अलावा कांग्रेस का कोई बड़ा स्थानीय नेता काम नहीं कर रहा है। दिग्विजय जब मनावर आए थे, तब उनका इस बात को लेकर काफी विरोध किया गया, काले झंडे भी दिखाए गए। निरंजन डावर ने भी निर्दलीय के तौर पर बाद में अपना नामांकन भर दिया, जिसे उन्होंने भारी दबाव के चलते बुधवार को वापस ले लिया।

मनावर में इस समय भाजपा के साथ-साथ कांग्रेसी भी डॉ. अलावा को हराने में जुटे हैं। उनका कहना है कि ‘जयस’ अगर जीत गई तो मनावर की सीट हमेशा के लिए कांग्रेस से छिन जाएगी। कांग्रेस नेताओं मानते हैं कि अलावा जीत गए तो क्षेत्र में नक्सलवाद हावी हो जाएगा। मेधा पाटकर और हार्दिक पटेल जैसे नेताओं का गढ़ बन जाएगा। लोगों को डराना-धमकाना शुरू हो जाएगा। पाटकर और पटेल दोनों ही अलावा का समर्थन भी कर रहे हैं। डावर ने चाहे नाम वापस ले लिया हो, राजूखेड़ी और अलावा के खिलाफ आक्रोश के चलते अधिकांश कांग्रेसी कार्यकर्ता अब घर बैठ जाएंगे या क्षेत्र छोड़ देंगे।

अलावा कहते हैं कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। वे आदिवासियों के हितों के लिए काम कर रहे हैं पर निहित स्वार्थ वाले लोग उन्हें रोकना चाहते हैं। वे ऐसा होने नहीं देंगे। डॉ. अलावा को जिताने में हाल-फिलहाल उनके संगठन के युवा कार्यकर्ता और राजूखेड़ी के साथ जुड़े कुछ कांग्रेसी ही जुटे हैं। कांग्रेस का कोई बड़ा नेता दिल्ली या भोपाल से स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते अलावा के पक्ष में मनावर पहुंचने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।

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