MP ELECTION 2018 : जो भी प्रत्याशी आया, चप्पलों से करेंगे उसका स्वागत।

मुंगावली। जैसे-जैसे मतदान की घड़ियां नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे जहां विकास नहीं हुआ वहां के ग्रामीणों का गुस्सा अब खुलकर सामने आने लगा है ऐसा ही एक मामला मुगावली विधानसभा के तहत आने वाले ग्राम झांसाखेड़ी गांव में देखने को मिला झांसाखेड़ी गांव 250 मतदाताओं वाला ग्राम है नेताओं के झूठे वादे और गांव की समस्याओं से परेशान ग्रामीणों ने इस बार मोर्चा खोल दिया है ग्रामीणों ने फैसला किया है। कि गांव में यदि कोई भी प्रत्याशी आया तो उसे जूते और चप्पलों की माला पहनाई जाएगी चाहे वह किसी भी पार्टी का हो इसके लिए बाकायदा उन्होंने ऐसी माला तैयार भी कर रखी है। जिसके कारण वहां प्रत्याशी जाने से परहेज कर रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं चुनाव के समय नेता आते हैं। और झूठे वादे कर चले जाते हैं। इसके बाद हमारी समस्या सुनने वाला कोई नहीं होता अमूमन आस-पास के गांव की भी ऐसी ही हालत है।

यह पहला मौका नहीं है। जब किसी गांव के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया हो इसके पूर्व विधानसभा चुनाव में ईसागढ़ विकासखण्ड के तहत ग्राम घनियारी के ग्रामीणों ने बहिष्कार की घोषणा की थी वही इस बार ग्राम झांसा खेड़ी, रिछा के ग्रामीणों ने भी ऐसा करने का मन बना लिया है लेकिन यह पहला मौका है जब किसी गांव के ग्रामीणों ने ना केवल मतदान का बहिष्कार करने की बात कही है बल्कि नेताओं के प्रति गुस्से का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है उनके द्वारा आने वाले प्रत्याशियों को पहनाने के लिए जूता चप्पल की माला तैयार कर रखी है और वह उसको पहनाने के लिए प्रत्याशियों का गाँव में वोट मांगने के लिए आने का इंतजार कर रहे है ग्रामीणों का कहना है कि कोई नेता आये, प्रत्याशी आये, चाहे मुख्यमंत्री आये हम उनका स्वागत इसी माला से करेंगे

ग्रामीणों के विरोध की चर्चा आस-पास के गांव में है इसे देखते हुए अभी तक कोई भी नेता या प्रत्याशी वोट मांगने इस गांव में नहीं गया है वहीं प्रशासन की तरफ से भी कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा है ग्रामीणों का कहना है कि अगर कलेक्टर स्वयं आती है और विकास की जिम्मेदारी लेती हैं और उनको मूलभूत सुविधाएं दिलाने का वादा करती हैं तभी वह मतदान करेंगे नेताओं के झांसे में वह नहीं आने वाले और ना ही वह नेताओं की बातों में आकर मतदान करेंगे

250 मतदाताओं वाले इस गांव के ग्रामीणों का कहना है कि बरसों में सड़क की मांग करते चले आ रहे हैं लेकिन उनकी अभी तक इस समस्या का निदान नहीं हुआ है इसके अलावा गांव में पेयजल की भी भारी समस्या है हर बार नेता चुनाव के दौरान वोट मांगने आते हैं और वादा करके चले जाते हैं जिसके बाद उनकी समस्या जस की तस बनी रहती है बरसात के दौरान उन्हें सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है अगर बारिश के समय कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे खटिया पर रख कर करीब 4 से 5 किलोमीटर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है वही ऐसी ही समस्या गर्भवती महिलाओं के साथ भी होती है कोई भी उनकी इन  समस्याओं को दूर करने वाला नहीं इसलिए उनका कहना है ऐसे में वोट देने का भी कोई फायदा नहीं दिखता

इनका क्या कहना है

कल हमारी टीम ग्राम में जाएगी और ग्राम में जाकर उनकी समस्याओ का जायजा लिया जायेगा और उनको मतदान करने के लिए प्रेरित किया जायेगा
डॉ.मंजू शर्मा कलैक्टर, अशोकनगर

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