मोदजी को कोई सुनना नहीं चाहता, दारू, पैसा, साड़ी सब बांटना पड़ेगा: आॅडियो वायरल, मचा बवाल

भोपाल। एक आॅडियो वायरल हुआ है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को की शिकायत में लिखा है कि आॅडियो में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह एवं विदिशा के भाजपा प्रत्याशी मुकेश टंडन की आवाज है। आॅडियो में प्रत्याशी की ओर से कहा जा रहा है कि मोदी को सुनना नहीं चाहता, भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए 'हरामी' शब्द का उपयोग किया गया है। इधर भाजपा एवं मुकेश टंडन से इसे फर्जी आॅडियो बताया है और इसकी जांच की मांग की है। टंडन का कहना है कि इसका जवाब तो मतदाता देंगे। अपडेट: 22 नवम्बर को भाजपा ने भी साइबर पुलिस से शिकायत की है। इसमें भाजपा ने दावा किया है कि दोनों आवाजें फर्जी हैं। भाजपा ने आरोपितों के मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिए हैं जिन्होंने इस आॅडियो को सबसे पहले वायरल किया। 

कौन है मुकेश टंडन
विदिशा से भाजपा प्रत्याशी मुकेश टंडन को सीएम शिवराज सिंह का सबसे नजदीकी व्यक्ति बताया जाता है। सूत्रों का कहना है कि मुकेश टंडन ही विदिशा में सीएम शिवराज सिंह चौहान के सारे निजी कार्यों के प्रबंधक है। विदिशा में शिवराज सिंह का फार्म हाउस है। उनके बेटे की दूध डेयरी भी विदिशा में ही है और वो बगीचा भी विदिशा में ही है जिसके फूल उनके बेटे कार्तिकेय सिंह की दुकान से बेचे जाते हैं। कहा जाता है कि विदिशा में शिवराज सिंह की करोड़ों की संपत्ति, एवं खेती हैं। कहा जाता है कि इन सबका प्रबंधन मुकेश टंडन के हाथ में होता है। 

आॅडियो में क्या है
पहला व्यक्ति: सर टंडन बोल रहा हूं विदिशा से। 
दूसरा व्यक्ति: हां टंडन क्या चल रहा है। 
पहला व्यक्ति: बस सर सब ​बढ़िया चल रहा है चुनाव का अपना, थोड़ी सी फंड की समस्या आ रही थी। तो आप मदद करें साहब। 
दूसरा व्यक्ति: अरे, तुमको क्या समस्या। 
पहला व्यक्ति: अरे बहुत समस्या है सर, अपना कार्यकर्ता इतना हरामी हो गया है सर, बिना पैसे के कोई काम ही नहीं करना चाह रहा। 
दूसरा व्यक्ति: तुम तो हो सक्षम। 
पहला व्यक्ति: सक्षम तो हूं सर, मैने एक डेढ़ करोड़ रुपए अपनी जेब से खर्च कर दिया है लेकिन सर पार्टी फंड से जितना हो जाता। 
दूसरा व्यक्ति: अरे तुम चुनाव लड़ रहे हो, पैसा बांट रहे हो। 22 तुम्हारे अकाउंट में आ चुके थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने तुम्हे 2 भेजे थे। शिवराज जी बता रहे हैं 3 दिए हैं। 
पहला व्यक्ति: सर वो तो सब 25 तारीख की सभा है ना मोदीजी की, उसकी तैयारी तैयारी में ही लग गए। कोई आना ही नहीं चाह रहा उनको सुनने। 
दूसरा व्यक्ति: वो टेंडर का मिला था तुमको उसका क्या हुआ, नगरपालिका का। 
पहला व्यक्ति: आखरी रात में दारू, पैसा ये बहुत लगेगा सर। बिना उसके कैसे जीत पाएंगे। 
दूसरा व्यक्ति: चलो करते हैं चर्चा शिवराज सिंह जी से, बताता हूं तुमको फिर क्या करना है। 
पहला व्यक्ति: सर मुझे 3 करोड़ रुपए लगेंगे ही लगेंगे, मैने पूरी सेटिंग कर ली है अपनी, दारू, पैसा, साड़ी सब करेंगे सर। सीट निकाल लेंगे सर अपनी। 0000 बहुत बुरी हालत है, हार जाएंगे सर अपन। 
दूसरा व्यक्ति: ठीक है करते हैं चर्चा, लेकिन ध्यान रखना। चुनाव लड़ रहे हो, जीत के ही आना। 

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