चित्रेश मेहता ने गरीबों के BANK खाते किराए पर लेकर करोड़ों का कालाधन सफेद किया | INDORE MP NEWS

इंदौर। शहर के प्रख्यात बुलियन कारोबारी चित्रेश मेहता पर आयकर विभाग ने आरोप लगाया है कि उन्होंने गरीब लोगों के बैंक खाते किराए पर लेकर करोड़ों का कालाधन सफेद किया। यह सबकुछ उन्होंने नोटबंदी के दौरान किया। 

चित्रेश मेहता के इस खेल का खुलासा एक निर्धन परिवार के खाते में 2.5 करोड़ जमा कराने के बाद निकाले जाने से जांच में उजागर हुआ। दरअसल, जिस व्यक्ति के खाते में राशि जमा की गई, उसकी हैसियत अपनी बेटी की स्कूल फीस जमा करने की नहीं थीं। यह बात उसने जांच के दौरान कुबूली। इसके चलते आयकर विभाग को आशंका है कि मेहता ने विभिन्न बैंक खातों के जरिए करीब 70 करोड़ रुपए की आय छुपाई। विभाग को बुधवार तक 9.50 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के दस्तावेज मिल चुके हैं। विभाग ने ऐसे दर्जनों बैंक खातों की पहचान कर ली है। 

ज्यादातर लोगों ने थोड़े पैसे के लालच में यह पैसा अपने बैंक खाते में जमा कराया था। टीम इसके यहां सघन जांच कर लेन देन के दूसरे प्रमाण तलाश रही है। बुलियन कारोबारी के यहां भारी संख्या में ऐसे बिल मिले। जिनमें वास्तविक खरीद और बिक्री हुई ही नहीं। यह बिल केवल काली कमाई छुपाने के लिए बनाए गए। विभाग जिनके नाम बिल मिले हैं,उनकी पहचान करने में लगा है। मेहता इसका कोई भी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पा रहा।

हजारों की संख्या में जारी किए फर्जी बिल
मेहता इंदौर में लोगों को आयकर और जीएसटी चोरी में मदद करने के लिए ढेरों फर्जी बिल भी बनाकर देता है। वह यह काम थोड़े कमीशन के लिए करता था। विभाग को जो बिल मिले, उनकी पड़ताल में पाया गया कि इन बिलों के जरिए कोई खरीद-बिक्री हुई ही नहीं। यह दूसरों की डिमांड पर जारी किए गए थे। वह पिछले कई सालों से यह काम कर रहा था।

प्रदेश में अब तक सामने आया 19 करोड़ रु. का कालाधन
आयकर विभाग को शनिवार से चल रहे 17 सर्वे में अब तक 19 करोड़ रुपए से अधिक की काली कमाई के प्रमाण मिल चुके हैं। अब भी सिवनी और बालाघाट में सर्वे की कार्रवाई जारी है। दिवाली के बाद प्रदेश में आयकर विभाग लगातार सर्वे कर रहा है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !