Get Set Ready: HCL में आ रहीं हैं 30 हजार नौकरियां

अयान प्रमाणिक/बेंगलुरु। देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नॉलजीज इस साल 25-30 हजार नए कर्मचारियों की भर्ती करने की योजना बना रही है। कंपनी को उम्मीद है कि अधिक से अधिक कंपनियां टेक्नॉलजी से संबंधित कामों को आउटसोर्स करेंगी। आईटी कंपनी ने बताया कि उसकी योजना पहले के उलट अधिक से अधिक फुल स्टेक इंजिनियरों की भर्ती करने की है, क्योंकि वह पहले किसी एक विधा में पारंगत इंजिनियरों की भर्ती पर ध्यान देती थी। 

एचसीएल टेक के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर अप्पाराव वी. वी. ने बताया कि अपनी वृद्धि की रफ्तार को बरकरार रखने के लिए हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में लगभग 25-30 हजार कर्मियों की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि इन कर्मियों में मार्केट हायर्स, फ्रेशर्स और अन्य लोग होंगे। 

बीते 30 सितंबर तक कंपनी में 1,27,875 कर्मचारी कार्यरत थे, जिनमें 3,754 लोगों की भर्ती दूसरी तिमाही में की गई थी। दरअसल, एचसीएल टेक का कामकाज काफी बढ़ गया है, नतीजतन उसे कर्मियों की संख्या बढ़ानी पड़ सकती है। कंपनी ने डिजिटल ऐंड ऐनालिटिक्स, क्लाउड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), साइबरसिक्यॉरिटी और अन्य क्षेत्रों में 17 ट्रांसफॉमेर्शनल डील पर साइन किए हैं। 

विश्लेषकों का मानना है कि बीते कुछ महीनों में भारत की आईटी कंपनियों ने भर्तियां तेज की हैं। टीमलीज की कोफाउंडर और एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि भर्तियों में तेजी आई है, क्योंकि आईटी उद्योग ने जरूरत से अधिक एहतियात बरतने की धारणा से खुद को मुक्त किया है और उन्होंने अपने बिजनस मॉडल पर फिर से काम करना शुरू कर दिया है। साथ ही वे कारोबार के लिए नए क्षेत्रों की तलाश कर रहे हैं। यही कारण है कि भर्तियों में तेजी आई है। 

इस बीच, एचसीएल टेक ने एच1बी वीजा पर अपनी निर्भरता भी काफी हद तक कम की है, क्योंकि अमेरिका में स्थानीय लोगों को काम पर रखने (लोकलाइजेशन) की प्रवृत्ति में लगभग 65 प्रतिशत का सुधार हुआ है। अपने ताजा कदम में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की सरकार ने एच1बी वीजा से जुड़े नियमों को और सख्त किया है। पिछले सप्ताह यूएस जनरल सर्विसेज ऐडमिनिस्ट्रेशन ने एक बयान में कहा कि वह अमेरिकी सरकार की 'बाय अमेरिकन ऐंड हायर अमेरिकन' नीति के तहत चयन प्रक्रिया में सुधार करने पर विचार कर रही है। 

अप्पाराव ने कहा कि एच1बी वीजा जारी करने में देरी हो रही है, जिसके कारण इस तरह के वीजा पर निर्भरता घटी है। उन्होंने कहा कि इस साल हमने 640 एच1बी वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन हमें लगभग 400 वीजा ही मिले। उद्योग लोकलाइजेशन से बच नहीं सकता और अधिकांश जगहों पर हमारा लोकलाइजेशन करीब 65-70 फीसदी के बीच है। 

उल्लेखनीय है कि अमेरिका में एचसीएल टेक के पास 17 हजार ऑड एम्प्लॉयी हैं, जिनमें से लगभग 64.7 फीसदी स्थानीय निवासी हैं। इससे स्पष्ट होता है कि कंपनी ने एच1बी वीजा पर अपनी निर्भरता कम की है और एल1बी वीजा पर तो कंपनी ने अपनी निभर्रता लगभग खत्म ही कर दी है। 
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