पढ़िए विनिता नंदा का ब्लॉग, जिसमें उन्होंने बलात्कार घटना बताई | BOLLYWOOD NEWS

उनकी पत्नी मेरी सबसे अच्छी दोस्त थी। हम अक्सर एक दूसरे के घर आते जाते रहते, हमारे दोस्त एक ही थे, हम में से अधिकतर थिएटर से जुड़े हुए थे, जो कंटेंट की नई दुनिया में अपनी कला का चमकदार प्रदर्शन कर रहे थे, कंटेंट की नई दुनिया जो 1990 में सैटेलाइट टीवी की क्रांति लेकर आई थी।

मैं उस समय टीवी का नंबर 1 धारावाहिक 'तारा' को लिख रही थी और इसका प्रोडक्शन भी देख रही थी। 'उसकी' नज़र मेरे धारावाहिक की लीड अभिनेत्री पर थी लेकिन उस लड़की को 'उसमें' कोई दिलचस्पी नहीं थी।

वो एक शराबी था, बेशर्म और घिनौना लेकिन वो उस दशक का टेलीविज़न सितारा भी था, जिसकी वजह से न सिर्फ उसे उसके बुरे व्यवहार के लिए छूट थी बल्कि कई लोग उसके इस बर्ताव को बढ़ावा ही देते थे। वो मेरी लीड अभिनेत्री का मानसिक और शारीरिक शोषण कर रहा था।

वो उसे सेट पर छेड़ता और लोग खामोश रहते। जब उस लड़की ने हमसे शिकायत की तो हमने फैसला किया कि हम इस 'स्टार' को हटा देंगे। हमें उसके साथ हमारी अभिनेत्री का एक आखिरी शॉट लेना था और फिर हम फैसला कर चुके थे कि हम उसके साथ काम नहीं करेंगे लेकिन शायद उसे हमारा प्लान पता चल गया था और इसलिए वो उस दिन सेट पर शराब पीकर आया।वो तब तक शराब पीता रहा जब तक उसे सेट पर सीन के लिए बुलाया नहीं गया। 

जब सीन की शुरुआत हुई तो उसने बहुत बुरी तरीके से हमारी लीड अभिनेत्री को छुआ। लीड अभिनेत्री ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। हमने उसे सेट से जाने को कहा और उसे बता दिया कि वो अब हमारे साथ काम नहीं कर रहा है। 

ज़िंदगी फिर से शुरु हो गई और शो भी चलता रहा, हमारे कुछ कॉमन दोस्तों ने हमारी फिर से दोस्ती करवाने की कोशिश की। शो की रेटिंग अच्छी आ रही थी पर इसी दौरान चैनल के मैनेजमेंट में बदलाव हुआ और नई मैनेजमेंट ने आते ही लीड अभिनेत्री को बदलने की मांग रख दी। हमने कहा कि ऐसा करना संभव नहीं है लेकिन मैनेजमेंट ने कहा कि आप शो में पूरी पीढ़ी को बदलें और एक युवा तारा को लेकर आएं जो पुरानी तारा की ही बेटी होगी और किसी शादी से या किसी ऐसे ही संबंध से वो पैदा हुई होगी।

हालांकि इसका मतलब ये भी था कि पुरानी तारा हमारे साथ बनी रहेगी। 

हमने इस पर आगे बढ़ने का फैसला किया, वैसे भी हमारे पास ज्यादा ऑप्शन नहीं थे, पर जब हम नई जेनरेशन वाली कहानी का पहला एपिसोड शूट करने वाले थे हमें बताया गया कि जिस लीड एक्टर को हमने शो से निकाल दिया था उसे हमें वापस लाना होगा।

हमें ऐसा करना पड़ा क्योंकि हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा था, हम पर दबाव था और विरोध की कोई गुंजाइश नहीं थी।

इस चैनल पर हमारे चार अन्य सुपरहिट धारावाहिक चल रहे थे और हम अगर इस बात को मानने से इंकार करते तो हमारे वो शो भी खतरे में आ जाते। इसके बाद नई पीढ़ी या जेनरेशन वाली कहानी सप्ताह भर टीवी पर दिखाई गई।

इसके बाद चैनल के नए कार्यकारी अधिकारी ने हमें बुलाया और हमें बताया कि तारा समेत हमारे अन्य चार शो भी अब चैनल से हटा लिए जाएंगे। उस अधिकारी ने मुझे बेइज्जत किया और अपने कमरे से बाहर निकालते हुए कहा कि मेरी जैसी महिलाओं को देश से निकाल दिया जाना चाहिए।

हमारे सभी धारावाहिकों को टीवी से हटा दिया गया और मेरी प्रोडक्शन कंपनी को रातोंरात बंद करवा दिया गया। पर बुरा तो इसके बाद हुआ।

मैं ज़िंदगी से प्यार करती थी, मैं एक सफल महिला थी, मैं शराब पीती थी और सिगरेट पीती थी। मैं एक आज़ादख्याल महिला थी।

एक दिन उस लीड अभिनेता के घर एक पार्टी में मुझे बुलाया गया। उस अभिनेता की बीवी और मेरी दोस्त उस दिन घर पर नहीं थी। उस अभिनेता के घर पर हम सभी थिएटर के दोस्त अक्सर जाया करते थे इसलिए मुझे वहां जाने में कुछ अजीब नहीं लगा।

जैसे जैसे शाम आगे बढ़ी मेरी ड्रिंक्स में कुछ मिला दिया गया और मैं अपने होश खोने लगी। रात लगभग 2 बजे जब मैं उस अभिनेता के घर से निकली तो न तो किसी ने मुझे घर जाने की लिफ्ट पूछी और न ही कोई मेरे साथ बाहर तक आया, जो पहले कभी नहीं हुआ था।

मैं पैदल ही घर जाने लगी कि तभी वो अभिनेता अपनी गाड़ी में मेरे सामने आया और उसने मुझसे कहा कि वो मुझे घर छोड़ देगा। मैंने उसपर विश्वास किया और मैं गाड़ी में बैठ गई और इसके बाद की यादें धुंधली हैं।

मुझे याद है कि मुझे और शराब पिलाई जा रही थी और लगातार मेरा शोषण हो रहा था। मुझे ग़लत तरीके से छुआ जा रहा था और जब अगली दोपहर मेरी आँख खुली मैं दर्द में थी।

मेरे साथ सिर्फ बलात्कार नहीं हुआ था, मुझे बुरी तरह से पीटा गया था।

मैं बिस्तर से खड़ी नहीं हो पा रही थी।

मैंने कुछ दोस्तों को इस बारे में बताया पर मुझे सलाह दी गई कि मैं इस बारे में भूल जाऊं। मेरी कंपनी बंद हो चुकी थी लेकिन मुझे प्लस चैनल के लिए लिखने की नौकरी मिली। इस शो पर उस अभिनेता को लीड रोल मिल गया। उस आदमी ने ऐसा माहौल बना दिया जिससे मुझे डर लगने लगा, मैंने चैनल से कहा कि मुझे इस धारावाहिक से हटा लिया जाए।

हालांकि मैं शो को लिखती रही।

अब मेरी कहानी का सबसे मुश्किल हिस्सा, जिसकी वजह से मुझे इसे बताने में इतना समय लग गया।

जब मैं इस धारावाहिक की कहानी पर काम कर रही थी, इस अभिनेता ने मुझे अपने घर बुलाया और मैं वहां गई जहां उसने मेरा फिर से बलात्कार किया। मुझे वो नौकरी चाहिए थी और मुझे पैसों की ज़रुरत थी लेकिन इस घटना के बाद मैंने इस नौकरी को छोड़ दिया।

मैं टूट चुकी थी और खुद को समेटने का साहस कर रही थी। मैंने ज़िंदगी के टूटे धागों को फिर से जोड़ना शुरु किया पर अब चैनलों से, सेट्स से, काम से मुझे डर लगने लगा था। मैंने लिखना जारी रखा लेकिन जब भी मैं दफ्तरों में जाकर किसी शो को शुरु करने की बात करती, मैं बीच मीटिंग में ही रो पड़ती।

इसके बाद मैं हिम्मत हार गई।

20 साल बाद, आज मैं बिल्कुल ठीक हूं, अपने आप के साथ हूं और मज़बूत हूं। मैं लोगों से बात करने में घबराती हूं। मेरे जैसा इंसान जो कभी लोगों की भीड़ को संबोधित कर चुका है आज बात नहीं कर पा रहा है मेरे लिए परेशान करने वाला है और मैं इस पर काम कर रहा हूं।

एकमात्र कारण जिसके लिए मैं आज इस कहानी को बता रही हूं वो इसलिए कि मैं नहीं चाहती कोई लड़की आगे इस तरह के अत्याचार से गुजरे। मेरे चुप रहने से जो हुआ वो और भी बुरा था। मैं एक आसान शिकार बन गई क्योंकि ये बात फैल गई थी कि मैं मुंह नहीं खोलूंगी।

जब मैंने इस बारे में लिखने की कोशिश की तो मुझे काम मिलना बंद हो गया। इस सारी शर्म को झेलने के लिए मैंने खुद को शराब और ड्रग्स की दुनिया में धकेल दिया। मेरे कुछ दोस्तों ने मेरी मदद की और साल 2009 में मैं इस सदमे से निकल पाई। सोशल मीडिया ने भी मुझे इस सदमे से उबरने में मदद की।

लोगों ने मुझे भुला दिया था लेकिन मैं फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से वापस लौटी। मेरे कुछ दोस्तों के विश्वास से मैं पहले से ज्यादा बेहतर बन सकी। मैंने इस दिन के लिए 19 साल इंतज़ार किया है। आज मैं उन सभी से चिल्ला कर कहना चाहती हूं कि अगर आप कभी किसी दरिंदे के हाथ में फंसी है तो आज सामने आकर उसे एक्सपोज़ कीजिए, खुद को रोकिए मत। ये एक बदलाव है और आपकी चुप्पी इस बदलाव को रोकेगी। बोलिए!

मेरी दोस्त नूतन ने एक बार मुझे अंधेरी के लोखंडवाला कॉम्पेल्क्स के पीछे बनी लेन में ले जाकर मुझसे 100 काँच की बोतलें तुड़वाई थीं और मेरा सारा गुस्सा मैंने उस दिन वहां निकाला था। उस दिन के बाद से मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

वैसे किस्मत का मज़ाक देखिए कि जिस 'दरिंदे' की बात मैं यहां कर रही हूं वो आज बॉलीवुड के 'संस्कारी' व्यक्ति के नाम से जाना जाता है। 
(विनिता नंदा एक टीवी निर्माता और लेखिका हैं और ये लेख उनकी फेसबुक पोस्ट का हिन्दी अनुवाद है)
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