नई दिल्ली। मोदी सरकार के मंत्री कई मामलों में चौंकाने वाली दलीलें देते हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी आज ऐसी ही दलील दी। उन्होंने कहा कि डॉलर दुनिया के हर देशों की मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है, न कि रुपया कमजोर हुआ है। तो वहीं तेल की कीमतों पर भी उन्होंने वैश्विक स्तर पर बढ़ती तेल की कीमतों जिम्मेदार ठहराया। बता दें कि पेट्रोल पर मोदी सरकार ने मनमोहन सरकार की तुलना में 400 प्रतिशत से ज्यादा टैक्स बढ़ाया है।
बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि ये बात ध्यान देने योग्य है कि डॉलर दुनिया के हर देशों की मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि रुपया लगातार मजबूत हुआ, न कि कमजोर हुआ है। वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय मुद्रा अन्य देशों की मुद्रा के मुकाबले पिछले 4-5 साल से बेहतर स्थिति में है।
वहीं तेल की बढ़ती कीमत पर जेटली ने कहा कि तेल कीमतों के निर्धारण की कोई सीधी रेखा नहीं है, क्योंकि ये ऊपर भी जाती है और नीचे भी आती है। ऐसी ही स्थिती अप्रैल के महीनों में भी देखने को मिली। लिहाजा इससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि तेल की कीमतें वैश्विक स्तर पर बढ़ या घट रही हैं।
हमने महंगाई घटाई है
महंगाई को लेकर वित्त मंत्री ने पिछली यूपीए सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि पिछली सरकार से हमे विरासत में 11 फीसदी की महंगाई दर मिली थी जिसे हम 4 फीसदी के स्तर तक ले आए। जो हमारी सरकार द्वारा स्थापित एक अनुकरणीय कीर्तिमान है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com