भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। एकतरफ तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस को एकता के सूत्र में पिरो रहे कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह का कटआउट राहुल गांधी के सभास्थल से कल गायब था। यहां कांग्रेस के सभी नेताओं के कटआउट थे, परंतु दिग्विजय सिंह का नहीं है। इतना ही नहीं राहुल गांधी जिस बस में सवार होकर रोड शो पर निकले हैं, उसमें भी दिग्विजय सिंह नहीं हैं। इसे लेकर राजनीति गर्मा गई है।
दिग्विजय सिंह अपने शुभचिंतकों के ऊपर नाराज हैं। दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने नाराजगी जताई है कि जिन्होंने भी 'दिग्विजय फॉर सीएम' नामक कैम्पेन चला है, वे मेरे शुभचिंतक नहीं हो सकते। दिग्विजय ने आगे लिखा, 'मैं एक दशक तक मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूं और मैं अपने इस बयान से पीछे नहीं हटूंगा कि मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं। मैं वह नहीं हूं, जो करे कुछ और कहे कुछ'।
दिग्विजय सिंह अपने शुभचिंतकों के ऊपर नाराज हैं। दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने नाराजगी जताई है कि जिन्होंने भी 'दिग्विजय फॉर सीएम' नामक कैम्पेन चला है, वे मेरे शुभचिंतक नहीं हो सकते। दिग्विजय ने आगे लिखा, 'मैं एक दशक तक मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूं और मैं अपने इस बयान से पीछे नहीं हटूंगा कि मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं। मैं वह नहीं हूं, जो करे कुछ और कहे कुछ'।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी नर्मदा यात्रा के बाद ऐलान किया था कि वे मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर हैं और वे सीएम बनने की इच्छा नहीं रखते हैं। हालांकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस अभी तक यह नहीं तय कर पाई है कि विधानसभा चुनावों में उसकी तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। फिर भी कमलनाथ और सिंधिया चुनाव की कमान संभाले हुए हैं।
प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ और दिग्गज नेताओं में शुमार दिग्विजय ने भले ही खुद को सीएम की रेस से बाहर बताया हो लेकिन कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच वे हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं. इसी कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के भोपाल रोड शो के दौरान जब दिग्विजय का कटआउट नहीं दिखा तो हंगामा मच गया था, हालांकि इसके बाद दिग्विजय ने कहा कि मैंने खुद ही कटआउट लगाने के लिए बोला था.