सावन का महीना भगवान शिव का महीना होता है. सावन के महीने के शनिवार को संपत शनिवार भी कहा जाता है. सावन के शनिवार पर उपासना और दान करने से शनि की कृपा मिलती है. इस महीने में की गई पूजा और उपासना विशेष फलदायी होती है. इस महीने के शनिवार का विशेष महत्व होता है. इस सावन में शनिवार को अमावस्या है जिसे शनिचरी अमावस्या भी कहते हैं.
सायंकाल स्नान करके पहले शिव जी की उपासना करें. इसके बाद पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. शनि मंत्र का जाप करें. इसके बाद श्रद्धा भाव से किसी निर्धन या जरूरतमंद को दान करें. मन ही मन मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें.
अच्छे करियर और नौकरी के लिए लोहे की वस्तुओं का दान करें. ये दान किसी मजदूर को करना उत्तम होगा. अच्छे स्वास्थ्य और रोग मुक्ति के लिए दवाइयों और कपड़ों का दान करें. ये दान अस्पताल में या रोगी को करें. मुकदमे और वाद-विवाद से मुक्ति के लिए काले चने या काली उड़द या सरसों के तेल का दान करें. ये दान किसी निर्धन को करें. आर्थिक लाभ के लिए पीपल के वृक्ष के नीचे खीर और जल रखें. वहां पर सरसों के तेल का दीपक भी जलाए.वृक्ष की परिक्रमा करें. इसके बाद उस खीर को किसी निर्धन व्यक्ति को दान कर दें.