भोपाल। भोपाल की केरवा कोठी कांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। एक जमाने में भाजपा ने इस मुद्दे को काफी हवा दी थी। अब केरवा कोठी के मालिक व अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह और उनकी मां सरोज सिंह के बीच विवाद चल रहा है। कोर्ट में परिवार दायर किया गया है। सुनवाई के दौरान अजय सिंह ने केरवा कोठी के दस्तावेज जमा कराए एवं बयान भी दर्ज कराए। अजय सिंह की मां सरोज सिंह, केरवा कोठी में आश्रय चाहतीं हैं।
केरवा कोठी के मालिकाना हक को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज सिंह (84) और बेटे अजय सिंह में विवाद चल रहा है। अजय सिंह के खिलाफ मां सरोज सिंह ने परिवाद दायर किया है। इसी के मद्देनजर अजय सिंह ने आज अदालत पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराए। साथ ही कोठी से जुड़े दस्तावेज भी पेश किए। इधर ये भी चर्चा है कि इस पूरे मामले में दोनों पक्षों में सहमति हो जाएगी।
क्या है केरवा कोठी की कहानी
1983 में केरवा डैम के पास मेंडोरा गांव के जंगलों से सटी करीब ढाई एकड़ जमीन तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने अपने नाम कराई थी। अगले कुछ दिनों में पत्नी सरोज सिंह ने 4.35 एकड़ जमीन और बेटे अजय सिंह ने 4.12 एकड़ जमीन अपने नाम कराई। इसी 11 एकड़ जमीन में 1987 में आलीशान कोठी बनाई गई जो केरवा कोठी के नाम से है। साल 2008 में अजय सिंह ने पास की करीब ढाई एकड़ जमीन और खरीदी। राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में ये जमीन ग्रांड होटल के मालिक एजाज गफूर के नाम से दर्ज है। लेकिन इस जमीन का हस्तांतरण अजय सिंह के नाम से हुआ। इस तरह केरवा कोठी का कुल रकबा 13.47 एकड़ जमीन का है।
साल 2011 में अर्जुन सिंह की मृत्यु के कुछ दिन पहले ये कोठी अजय सिंह के नाम करा दी गई। इस दौरान अजय सिंह की ओर से दावा किया गया कि जमीन का हस्तांतरण पिता अर्जुन सिंह और मां सरोज सिंह की इच्छा के मुताबिक किया गया। लेकिन 7 साल बाद 84 वर्षीय मां सरोज सिंह ने कोठी के हस्तांतरण और नामांतरण पर सवाल उठाते हुए अजय सिंह पर आरोप लगाए गए। मामले में सरोज सिंह ने अजय सिंह के अलावा दूसरे बेटे अभिमन्यू सिंह के खिलाफ भी घरेलू हिंसा और संपत्ति से बेदखली का आरोप लगाए।
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