इंदौर। एक अच्छे प्राइवेट अस्पताल में पथरी का आॅपरेशन का खर्चा 35 हजार रुपए आता है परंतु डॉक्टरों के डर और तांत्रिक की शर्तिया इलाज की गारंटी ने पथरी के दर्द से पीड़ित युवक को 1 लाख रुपए के ठगी का शिकार बना दिया। पथरी के दर्द पर तांत्रिक की ठगी का दर्द और तीसरा बड़ा दर्द तब हुआ जब थाने में पुलिस ने भी उसे यह कहते हुए भगा दिया कि एफआईआर के पैसे लगते हैं, पैसे का इंतजाम हो जाए तो आ जाना। परेशान युवक ने पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ने रिश्वत मांगने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ काई जांच नहीं बिठाई, हां तांत्रिक के खिलाफ जांच करने के आदेश जरूर दे दिए हैं।
दरअसल मामला बाणगंगा थाना इलाके का है, जहां मजदूरी करने वाले एक युवक को अचानक पथरी का दर्द उत्पन्न हुआ, जिससे परेशान होकर उसने अपने ही घर के करीब रहने वाले एक तांत्रिक से सम्पर्क किया, तांत्रिक ने युवक को बातों में उलझाया और पथरी के शर्तिया इलाज का वादा किया और इलाज में अनुमानित खर्च लगभग एक लाख रुपए बताया।
लोन लेकर तांत्रिक को 1 लाख रुपए दिए
यह खर्च उक्त युवक के लिए अधिक था। उसने अपने रिश्तेदार और एक सहकारी संस्था से पैसे ब्याज पर लिए और तांत्रिक को एक लाख रुपए दे दिए। तांत्रिक ने उसका इलाज शुरू किया। कुछ दिन तक चले इलाज के बाद भी उसे जब आराम नहीं हुआ तो उसने पैसे वापस मांगे और सरकारी अस्पताल में चेकअप कराया तो पता चला कि पथरी अब भी है।
पुलिस ने FIR के लिए पैसे मांगे
इसके बाद उसने तांत्रिक से पैसे वापस मांगना शुरू किया तो वह धमकाने लगा। इसकी शिकायत युवक ने थाने पर की तो वहां पदस्थ पुलिसकर्मी ने फरियादी से ही कह दिया कि यदि तुम्हारे पास पैसे हैं तो ही यहां आओ, नहीं तो चले जाओ। पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को की। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच बाणगंगा थाना प्रभारी को सौंप दी है।
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