‘बिटकॉइन’ को भारत में भूल जाइये | EDITORIAL by Rakesh Dubey

बिटकॉइन में कोई निवेश यदि आपने किया है तो उसे भूलना बेहतर है। बीते कल के बाद भारत में अब उसका कोई अर्थ नहीं है। बीते कल अर्थात 5 जुलाई के बाद भारत में बिटकॉइन जैसी सभी क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग प्रतिबंधित हो गया है। रिजर्व बैंक ने बैंको को निर्देश दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी में डील करने वालों से अपने संबंध तोड़ लें। वैसे तो रिजर्व बैंक ने ये सर्कुलर अप्रैल में जारी किया था। लेकिन अब क्रिप्टो एक्सचेंज में भारत में ट्रेडिंग नहीं हो पाएगी, इस बाबत सख्त निर्देश जारी कर दिए गये हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने तो तीन दिन पहले रिजर्व बैंक के बिटकॉइन पर प्रतिबन्ध सम्बन्धी सर्कुलर पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस तरह के सभी मामलों को एक साथ जोड़ते हुये वित्त मंत्रालय, विधि और न्याय, सूचना प्रौद्योगिकी और रिजर्व बैंक को मामले में नोटिस जारी किया है। रिजर्व बैंक के 6 अप्रैल को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि रिजर्व बैंक नियमन के तहत आने वाली सभी इकाइयों के लिये वर्चुअल करेंसी से संबधित सेवाओं को उपलब्ध कराने से रोका जाता है। वर्चुअल करेंसी की खरीद अथवा बिक्री से मिलने वाली राशि को खातों में प्राप्त करने और स्थानांतरित करने पर भी प्रतिबंध लगाया जाता है।

उच्चतम न्यायालय आभासी मुद्रा को लेकर बैंकों और वित्त संस्थानों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर रोक लगाये जाने के रिजर्व बैंक के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा है। यह याचिका इंटरनेट एण्ड मोबाइल एसोसिएशन आफ इंडिया ने दायर की थी। एसोसिएशन ने आरबीआई के इस आदेश को ‘पक्षपातपूर्ण, अनुचित और असंवैधानिक बताते हुये आदेश पर रोक लगाने की मांग की है।

क्रिप्टोकरेंसी, जैसे बिटकॉइन एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा हैं। इसमें कंप्यूटर प्रणाली के जरिये ही आभासी मुद्रा को तैयार किया जाता है और उसके हस्तांतरण, संचालन की पुष्टि की जाती है। ऐसी मुद्राएं केंद्रीय बैंकों के विनियमन के दायरे में नहीं होतीं। अबतक कोई भी एक्सचेंज पर बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को खरीद सकता था। इस प्रक्रिया में एक्सचेंज से लिंक्ड बैंक अकाउंट से पैसा ट्रांसफर करना पड़ता था और उसके मुताबिक बिटकॉइंस की खरीदारी होती थी। अब यह संभव नहीं होगा। अब कुछ एक्सजेंच पीयर टू पीयर बन जाएंगे, जहां आपको किसी साथी खरीदार से लिंक किया जाएगा, जिसके साथ आप बिटकॉइं खरीद या बेच सकते हैं। ट्रेडिंग में अभी के हिसाब से आप केवल बिटकॉइन को किसी दूसरे क्रिप्टो के एवज में ही खरीद-बेच सकेंगे। 

बिटकॉइन होल्डर्स को अब एक्सचेंज पर ही खरीदारों की तलाश करनी होगी। क्रिप्टो को रुपये या किसी लीगल करंसी में बदलने के लिए ब्लैक मार्केट सहारा लेना पड़ेगा। एक्सचेंज्स या क्रिप्टोकरंसी कंपनियों को अब बैंकों से लोन नहीं मिलेगा। यहां तक कि उन्हें बैंकों में कॉर्पोरेट अकाउंट भी खोलने की अनुमति भी नहीं होगी।

नए बिटकॉइंस ट्रेडर्स को ज्यादा बड़ा झटका है। अब अगर भारत में कोई बिटकॉइन इन्वेस्टर बनना चाहेगा तो उसे एक्सचेंज की बजाय पीयर्स से खरीदारी करनी होगी। संभवतः इसके लिए करंट एक्सचेंज पर प्रीमियम का भुगतान भी करना होगा जो एक बिटकॉइन के ट्रेड के लिए 430000 रुपये से अधिक है। इसके बावजूद भी यह आभासी मुद्रा युग का अंत नहीं है।
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श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
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