भोपाल में प्रदर्शन कर रहे 18 संविदा प्रेरकों ने मुंडन कराया

भोपाल। साक्षर भारत योजनान्तर्गत कार्यरत संविदा प्रेरकों ने साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा मध्यप्रदेश के तत्वाधान में राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जारी पत्र के परिपालन में सेवा बहाली की मांग को लेकर साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा भोपाल मध्यप्रदेश द्वारा 15 मई 2018 से निरतंर चले आ रहे महाकुंभ के अतिम शाही स्नान में 18 लोगों ने कराया मुडंन संस्कार। साक्षरता संविदा प्रेरकों द्वारा विगत एक माह से निरंतर संपर्क करते आ रहे है नीलम पार्क भोपाल में अतिंम शाही स्नान का आयोजन किया गया। 

साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा मध्यप्रदेश के मीडि़या प्रभारी संदीप गुप्ता ने बताया कि महाकुंभ कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती के पूजन अर्जन कर किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप बुंदेली अन्ना रामप्रकाश गुप्ता मामा जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश संविदा कर्मचारी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश राठौर, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजू जाट सिरोही द्वारा की गया प्रशासन की तरफ जज महोदय को ज्ञापन सौपा गया। 

राज्य शिक्षा केन्द्र पुस्तक भवन बी-बिंग, अरेरा हिल्स, भोपाल का पत्र क्रमांक राशिके/2016/1052, भोपाल दिनांक 30.05.2016 के परिपालन में मध्यप्रदेश में कार्यरत 23930 संविदा साक्षरता प्रेरकों को प्रथम दायित्व में वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार 5146288 को नवसाक्षर करने का लक्ष्य रखा गया। दिनांक 28 मार्च 2018 को अंतिम नवसाक्षर परीक्षा तक संविदा साक्षरता प्रेरकों ने 5089108 को नवसाक्षर किया। प्रदेश से निरक्षरता एक अभिशाप को पूर्णतः समाप्त करने हेतु निरतंर प्रयासरत है। आदेश के परिपालन अनुसार उपरोक्त 5089108 को नवसाक्षर अर्थात तीसरी कक्षा का दर्जा तो प्रदान कर दिया है लेकिन यह उनके लिए पर्याप्त शिक्षा नही है। उन्हे पत्र के अनुसार समतुल्यता की आवश्यकता है इसके बाद औपचारिक षिक्षा से जोड़ना,जीवन कौषल का विकास करना ताकि उनके जीवन स्तर में उन्नयन एवं जीवकोपार्जन संसाधनों का विकास हो सके इसके अतिरिक्त साक्षरता संविदा प्रेरक राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्य प्रकार के दायित्व जैसे बूथ लेबिल अधिकारी बी.एल.ओ. का कार्य, मन की बात का रेडियो प्रसारण, सूचना खिड़की, शौचालय का निर्माण एवं हितग्राही को शौचालय का उपयोग करने हेतु प्रेरित करने का कार्य, चुनाव में ड्यूटी का कार्य, शासन की महत्वाकांक्षी योजना-प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी हितग्राही को देने का कार्य, ग्राम पंचायत में सर्वे का कार्य इत्यादि कार्य प्रेरक के माध्यम से संपादित किये जाते है । उपरोक्त पत्र के परिपालन में समस्त साक्षरता प्रेरकों की सेवाएॅ बहाल की जाएॅ।  

राज्य सरकार द्वारा विधिवत की गयी भर्ती प्रक्रिया

साक्षर भारत योजना के अतंर्गत कार्यरत समस्त प्रेरक नियुक्ति मध्यप्रदेष शासन के नियमानुसार राज्य षिक्षा केन्द्र पुस्तक भवन, बी-विंग अरेरा हिल्स भोपाल के पत्र क्रमांक/राषिके/साक्षर भारत/2012/9274 भोपाल दिनांक 27.09.2012 को प्रकाषित विज्ञापन के अनुसार की गयी जिसमें मध्यप्रदेष में संचालित साक्षर भारत योजनान्तर्गत 42 जिलो में जिला प्रौढ़ षिक्षा कार्यालय के अन्तर्गत पंचायत स्तर पर स्वीकृत प्रति पंचायत प्रौढ़ षिक्षा केन्द्र स्थापित किये गये है, जिसमें प्रौढ़ केन्द्र के अंतर्गत प्रेरक के दो पद मध्यप्रदेष शासन की मषानुसार सृजित कर स्वीकृत किये गये है । जिसमें 01 पद अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अथवा अल्पसंख्यक वर्ग का मध्यप्रदेष लोक सेवा के आरक्षण नियम 1998 के नियम 04 के अंतर्गत रोस्टर प्रणाली राज्य षिक्षा केन्द्र के पत्र क्रमांक/राषिके/साक्षर भारत/2012/9588 भोपाल दिनांक 04.10.2012 के अनुसार लागू की गयी और एक पद अनारक्षित श्रेणी हेतु रखा गया यह पद संविदा आधार पर स्वीकृत किये गये ।

दो हजार के मानदेय में नही होता गुजर बसर
शासन द्वारा प्रेरकों को अल्प मानदेय महज  2000/- प्रतिमाह अर्थात् 66.66 पैसे प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है जो कि म.प्र. शासन द्वारा निर्धारित कृषि मजदूरों से भी कम है । पूरे प्रदेष में कार्यरत प्रेरक अति कुशल श्रेणी के है। ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत संविदा प्रेरकों से सरकार द्वारा काम तो करवाया गया लेकिन 06 माह का मानदेय नही मिला जिससे आर्थिक बोझ अधिक हो गया है सरकार द्वारा 31 मार्च 2018 सेवा से भी बाहर कर दिया है। इस दौरान राजेश अहिरवार कोषाध्यक्ष, अंजेश वमन्या प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश वर्मा प्रदेश संगठन ने मंत्री सहित 5 हजार से प्रेरक शामिल हुए।  
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