
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने झाबुआ में कहा, ''जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गये हैं. सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. महात्मा गांधी की हत्या करने वाला शख्स नाथूराम गोडसे भी आरएसएस से जुड़ा रहा है. यह विचारधारा नफरत फैलती है, नफरत हिंसा की ओर ले जाती है, जो आतंकवाद की ओर ले जाती है.''
'हिंदू आतंकवाद' के बयान पर सफाई दे चुके हैं सिंह
दिग्विजय सिंह ने 'हिंदू आतंकवाद' पर दिये गये कथित बयानों पर सफाई दी थी. उन्होंने कहा था, ''आपके पास गलत सूचना है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद की बात कही है. मैंने हमेशा संघी आतंकवाद की बात की है.'' कांग्रेस की समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा था कि लोग मुझपर आरोप लगाते हैं कि मैं मुस्लिम परस्त हूं, हिन्दू विरोधी हूं. मैं पूछना चाहता हूं की एक बीजेपी नेता ऐसा बता दे जिसने नर्मदा, ओंकारेश्वर और गोवर्धन परिक्रमा की हो या एकादशी का व्रत रखा हो. बीजेपी धर्म की राजनीति करती है. धर्म के नाम पर पैसा बटोरना और नफरत फैलाना ही काम है.